नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): कृषि शुल्क विधेयक के विधानसभा में पारित होने पर झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे अव्यवहारिक बताया और कहा कि यह कहीं से भी किसान, उपभोक्ता और प्रसंस्करण उद्योग के हित में नहीं है।
इस दौरान चैंबर महासचिव डॉ. अभिषेक रामाधीन ने नाराजगी जताते हुए कहा कि हाल ही में विधानसभा में इस विधेयक पर विचार विमर्श करके सर्वसम्मति से वापस लिया गया था किंतु पुनः इस विधेयक को पारित करा लेना समझ से परे है, जिसका हम विरोध करते हैं। विधेयक के वापस होने से किसान, उपभोक्ता और प्रसंस्करण उद्योग जो अच्छी स्थिति में दिख रहे थे वे इस निर्णय के बाद पुनः प्रभावित होंगे, किसानों को उनकी ऊपज का वास्तविक मूल्य नहीं मिलेगा, उपभोक्ता को खाद्य वस्तुएं महँगी मिलेंगी, गैर वांछित तत्वों का मनोबल बढेगा और गलत मंशा वाले अधिकारियों की मनमानी शुरु हो जाएगी। सरकार से अनुरोध है कि विधानसभा के सभी सदस्य इस विधेयक पर पुनर्विचार कर इस विधेयक को वापस लेने का निर्णय है।
इस प्रयास से मानवता की मिशाल प्रस्तुत हुई : किशोर मंत्री
बड़ा तालाब में दुर्घटनाग्रस्त वाहन में फँसे परिवार की जान बचाने वाले चार युवाओं (मो0 मोहसीन, मो. साजीद, मो. कलाम, मो. अरमान) को शुक्रवार को चैंबर भवन में आमंत्रित कर झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा सम्मानित करते हुए उनका प्रोत्साहन किया गया।
चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने चारों युवाओं के इस प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रयास से मानवता की मिशाल प्रस्तुत हुई है।
चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री एवं महासचिव डॉ अभिषेक रामाधीन ने संयुक्त रुप से चारों युवाओं को चैंबर की ओर से जरूरत पड़ने पर हर संभव सहयोग के लिए भी आश्वस्त किया।
इस मौके पर उपस्थित सदस्यों ने चारों युवाओं के इस प्रयास की प्रशंसा की और उनके इस प्रयास के लिए आभार जताया।
इस मौके पर चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री, उपाध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा, अमित शर्मा, महासचिव डॉ. अभिषेक रामाधीन, सह सचिव रोहित पोद्दार, शैलेश अग्रवाल, सदस्य अजय भंडारी, बिनोद अग्रवाल, बिनोद तुलस्यान, संतोष अग्रवाल, किशन अग्रवाल उपस्थित थे।