झारखण्ड बोकारो

क्षमा व्यक्तिगत विकास का साधन : संजय बैद

बोकारो (ख़बर आजतक) : पर्वाधीराज पर्युषण महापर्व पर 10 दिनों तक पूरे भारतवर्ष में हर्षो उल्लास के साथ उपासना की गई।जिससे आत्मा में निर्मलता, क्रोध,माया, मोह, लोभ,गुस्सा, बेईमानी, धोखा आदि भावों में मंदता आती है‌। जिससे चित सरल एवं शांत रहता है।
सामूहिक क्षमा याचना के लिए संपूर्ण जैन समाज जैन मिलन, सेक्टर 2 में एकत्रित होकर वर्ष भर में जाने अनजाने में हुई गलतियां के लिए हाथ जोड़कर मन,वचन एवं काया से क्षमायाचना करते हैं।
भगवान महावीर की तस्वीर के समक्ष भी दीप प्रज्वलन एवं मंगल गीत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।


क्षमा वाणी पर विचार व्यक्त करते हुए जैन मिलन के अध्यक्ष संजय बैद ने कहा जैन धर्म का मूल सिद्धांत अहिंसा है और सामूहिक क्षमा इस सिद्धांत को बल देती है।। संजय बैद ने कहा की सामूहिक क्षमा याचना न केवल व्यक्तिगत विकास का साधन है बल्कि समाज में शांति और सद्भावना के लिए भी आवश्यक है। बबीता कोठारी, सिद्धि जैन, रेणु चोरड़िया,नीलम बैद, चोरड़िया, निताशा जैन ने धार्मिक गीतिका गाकर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। बजरंग लाल चोरड़िया एवं श्याम जैन ने भी अपने विचार व्यक्त किये।पर्यूषण पर्व के अवसर पर तप करने वाले तपस्वियों का श्रीफल एवं माला देकर सम्मान किया गया जिसकी संपूर्ण जैन समाज ने अनुमोदना की।


जैन मिलन के सचिव आलोक जैन ने कहा की आज का दिन विश्व मैत्री दिवस के रूप में मनाया जाता है नई पीढ़ी को जैन दर्शन का ज्ञान हो इसलिए ऐसे कार्यक्रम निरंतर आयोजित होते रहेंगे। आलोक ने कहा कि क्षमा लोगों के मध्य विद्यमान कटुता को दूर करता है।
कार्यक्रम का संचालन सुशील बैद ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कमल संधवी,चंदन बांठिया,अंकित जैन,सुभाष जैन का महत्वपूर्ण योगदान रहा। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष बिनोद चोपड़ा, दिलीप रमाणी, किरण बाटविया,विमल जैन, प्रकाश कोठारी, आंनद कोठारी, अनिल बैल, सरोज जैन, सुनिता जैन, अलका जैन, सतीश जैन, दीपक जैन, श्वेता जैन, सुरेंद्र जैन, स्वाति जैन,रश्मि जैन, विनीता जैन, केतन मेहता, किरीट वोरा, केतन वोरा, दीपक वोरा, मितुल संधवी सहित सैकड़ो जैन धर्मावलंबी उपस्थित थे। कार्यक्रम के पश्चात मैत्री भोज का आयोजन किया गया।

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