बच्चों में अपने सामाजिक दायित्वों का बोध जरूरी : प्राचार्य डॉ. गंगवार
राजकीय मध्य विद्यालय कुर्रा में ग्रामीण बच्चों के साथ की मस्ती, 500 छात्र-छात्राओं में उपहार भी वितरित
बोकारो : अनुभव-आधारित शिक्षा के तहत ‘चलो गांव की ओर’ अभियान की कड़ी में सोमवार को डीपीएस बोकारो के विद्यार्थियों ने निकटवर्ती चास प्रखंड अंतर्गत कुर्रा गांव का भ्रमण किया। इसके जरिए बच्चे ग्रामीण परिवेश, वहां के लोगों के रहन-सहन और संस्कृति से रू-ब-रू हुए। राजकीय मध्य विद्यालय, कुर्रा में आयोजित साझा मिलन के दौरान गांव के बच्चों के साथ उन्होंने खेले, नाचे-गाए और जमकर मस्ती की। दीप प्रज्ज्वलन से कार्यक्रम के उद्घाटन के उपरांत मध्य विद्यालय के बच्चों ने स्वागत गान एवं पारंपरिक झारखंडी नृत्य से डीपीएस बोकारो की टीम का अभिनंदन किया। वहीं, डीपीएस बोकारो के विद्यार्थियों ने एकलव्य-द्रोणाचार्य प्रसंग पर आधारित नृत्य से गुरु-शिष्य परंपरा की महत्ता रेखांकित की।
इस शैक्षणिक भ्रमण में डीपीएस बोकारो की कक्षा – 8 के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ प्राचार्य डॉ. ए एस गंगवार सहित कई शिक्षक भी शामिल हुए। अपने संबोधन में प्राचार्य डॉ. गंगवार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कथन उद्धृत करते हुए कहा कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है। बच्चों को अपनी सामाजिक जड़ों व दायित्वों से जोड़कर रखना आवश्यक है। तभी वे सही मायने में अपने समाज व देश को समझ पाएंगे। उन्होंने कहा कि डीपीएस बोकारो उच्चतम कोटि की शिक्षा के साथ-साथ अपने विद्यार्थियों के समग्र विकास को लेकर हमेशा कटिबद्ध रहा है और यह भ्रमण इसी की एक कड़ी रही। ऐसे रचनात्मक प्रयास भविष्य में भी जारी रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि गांवों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। जरूरत है उन्हें तलाशने और तराशने की। उन्होंने सर्वांगीण विकास के लिए राजकीय मध्य विद्यालय के विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद, सांस्कृतिक एवं अन्य गतिविधियों में भी भाग लेने का संदेश दिया।
इस दौरान प्राचार्य डॉ. गंगवार ने वहां विद्यालय परिसर में पौधारोपण किया तथा गांव के लगभग 500 छात्र-छात्राओं के बीच स्टेशनरी किट एवं खाने-पीने की वस्तुओं का वितरण किया गया। बच्चों के खेलने के लिए फुटबॉल भी प्रदान किया गया। दोनों ही विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने इस क्रम में रंगोली बनाने का प्रशिक्षण भी लिया। राजकीय मध्य विद्यालय, कुर्रा के प्रधानाध्यापक संजय कुमार ने डीपीएस बोकारो प्रबंधन के ‘चलो गांव की ओर’ अभियान को सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों के अनुभव और उनकी प्रतिभा का विकास होता है।