झारखण्ड राँची राजनीति

जनजाति सुरक्षा मंच का उलगुलान आदिवासी डीलिस्टिंग महारैली मोराबादी में कल

नितीश_मिश्र

राँची(खबर_आजतक): जनजाति सुरक्षा मंच द्वारा शनिवार को प्रेसवार्ता में जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेशराम भगत (पूर्व मंत्री छतीसगढ़) ने बताया कि 24 दिसम्बर को राँची के मोरहाबादी मैदान में उलगुलान आदिवासी डीलिस्टिंग महारैली का आयोजन किया गया है। इस महारैली में हजारो-हजार की संख्या में जनजाति समाज के लोग झारखंड के जिलों से उपस्थित होंगे और अपने माँगों को सरकार के समक्ष रखने का आह्वान करेंगे जिसमें धर्मान्तरित व्यक्तियों को अनुसूचित जनजाति का आरक्षण की सुविधा नही मिले ये प्रमुख मुद्दा रहेगा।

इस मुद्दे को स्व. कार्तिक उराँव जी संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष रखा था ताकि जो व्यक्ति जिसने जनजाति आदि मत तथा विश्वासों का परित्याग कर दिया है और ईसाई या इस्लाम धर्म अपना लिया है। उसे अनुसूचित जनजाति का सदस्य नहीं समझा जाएगा और उसे अनुसूचित जनजाति का आरक्षण नहीं मिले।
देश के 700 से अधिक जनजातियों के विकास एवं उन्नति के लिये संविधान निर्माताओं ने आरक्षण एवं अन्य सुविधाओं का प्रावधान किया था। लेकिन इन सुविधाओं का लाभ अधिकतर वे लोग उठा रहे हैं, जो अपनी रूढ़ि प्रथा छोड़कर ईसाई या मुस्लिम बन गए हैं। इन सुविधाओं का 80 प्रतिषत लाभ मूल जनजाति समुदाय से छीन रहे हैं। हम चाहते हैं कि राजनैतिक दल अनुसूचित जनजातियों के लिये आरक्षित सीट पर धर्मान्तरित व्यक्ति को टिकट नहीं दें।

वहीं जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित सरकारी नौकरियों को हथियाने वाले ऐसे गलत एवं षड्यंत्रकारी धर्मान्तरित व्यक्तियों के खिलाफ न्यायालयीन कार्यवाही हेतू आगे आएं। केन्द्र एवं राज्य सरकारों में ऊँचे पदों पर बैठे अफसरों से भी यह अपेक्षा है कि वे समाज के अंतिम छोर पर खड़े इस जनजातीय समुदाय की आवाज बनें और धर्मान्तरित व्यक्तियों को अनुचित लाभ देने से खुद को रोकें। भारत के प्रत्येक संसद एवं विधानसभा सदस्य से अपेक्षा की जाती है कि वे जनजातियों को उनका वाजिब हक दिलाने में अपनी ओर से व्यक्तिगत रुचि लेकर पहल करें और धर्मान्तरित व्यक्तियों को बेनकाब करें।

उन्होने कहा कि मीडिया के बढ़ते प्रभाव से हर कोई वाकिफ है इसलिए इस मुद्दे को जन आवाज बनाने के लिए मीडिया का सहयोग भी अपेक्षित है। हम आषा करते हैं कि भारत का प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एंव वेब मीडिया धर्मान्तरित व्यक्तियों को अनुचित लाभ देने की इस लड़ाई में हमारे साथ पूरा सहयोग करेगा।

इस प्रेसवार्ता में मुख्य रुप से जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक राजकिशोर हांसदा, प्रकाश सिंह उईके (पूर्व न्यायाधीश, मध्य प्रदेश), क्षेत्रीय संयोजक संदीप उराँव, प्रांत संयोजक हिन्दुवा उराँव,केन्द्रीय टोली सदस्य मेघा उराँव उपस्थित थे।

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