30 दिसंबर को वृहद रुप से भारत बंद करेगा आदिवासी संगठन: फूलचंद तिर्की
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): खूँटी जिला में 30 दिसंबर को सरना कोड लागू करने को लेकर शुक्रवार को भारत बंद आदिवासी सेंगेल अभियान, केन्द्रीय सरना समिति, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद, सरना धर्म सोतो समिति खूँटी एवं अन्य सरना संगठन 30 दिसंबर भारत बंद को लेकर खूँटी जिला के डाक बंगला में बैठक आयोजित किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता पड़हा राजा सोमा मुंडा ने किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद सालखन मुर्मू उपस्थित थे एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की उपस्थित थे।
इस बैठक को संबोधित करते हुए सालखन मुर्मू ने कहा कि सरना कोड प्राकृतिक पूजक आदिवासियों का पहचान एवं अस्तित्व से जुड़ा है। धर्मकोड के बिना आदिवासी का कोई अस्तित्व नहीं है। सरना कोड मिलने से आदिवासियों का हासा भाषा धर्म संस्कृति रोजगार आदि मान – सम्मान की रक्षा होगी। सरना कोड लागू करने हेतू 30 दिसंबर को भारत बंद रेल रोड चक्का जाम किया जाएगा।
केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि सरना कोड की लड़ाई वर्षों से जारी है और इसे झामुमो एवं काँग्रेस की सरकार देना नहीं चाहती। आदिवासी के पास आखिरी रास्ता आंदोलन है, अतः 30 दिसंबर को भारत बंद ऐतिहासिक होगा। भारत बंद को लेकर वृहद अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान शनिवार को भारत बंद को लेकर राँची के केंद्रीय धुमकुड़िया करमटोली में 11:00 बजे से 3:00 तक बैठक सह प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है।
इस बैठक में केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद कोषाध्यक्ष बाना मुंडा, आदिवासी सेंगेल एकल अभियान के संयोजक सुमित्रा मुर्मू, उपाध्यक्ष प्रमोद एक्का, सहाय तिर्की, दीपक कुमार, बिरसा कांडिर, बुधराम सिंह मुंडा उपस्थित थे।