बोकारो : अनिल अग्रवाल फाउंडेशन (AAF) की प्रमुख सामाजिक पहल ‘नंद घर’ ने देश के 15 राज्यों में 8,044 पारंपरिक आँगनवाड़ियों को आधुनिक विकास केंद्रों में बदलकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह पहल प्रारंभिक बाल शिक्षा, पोषण, स्वास्थ्य देखभाल और महिला सशक्तिकरण को एकीकृत रूप से बढ़ावा देती है। अब तक 3.2 लाख से अधिक बच्चों और 2.4 लाख महिलाओं को इससे लाभ मिल चुका है।
नंद घरों में स्मार्ट टीवी, ई-लर्निंग मॉड्यूल, स्वच्छ पेयजल, बिजली और पोषणयुक्त आहार जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हैं। इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं और माताओं को पोषण सहायता तथा समुदाय में स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
महिला सशक्तिकरण के तहत ग्रामीण महिलाओं को हस्तशिल्प, खाद्य प्रसंस्करण और अन्य कौशलों का प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। 2024-25 में प्रोटीन युक्त मिलेट शेक की पहल ने बच्चों को पोषण सुरक्षा प्रदान की।
फाउंडेशन का लक्ष्य आगामी वर्षों में राजस्थान में 20,000 और नंद घर स्थापित करने का है। यह पहल महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के ICDS कार्यक्रम के साथ मिलकर काम करती है और भारत के ग्रामीण समुदायों में स्थायी बदलाव लाने की दिशा में अग्रसर है।