डिजिटल डेस्क, बोकारो
बोकारो =ख़बर आजतक) : बीएसएल के महाप्रबंधक (सुरक्षा) ने सोमवार को बीएस सिटी थाना में विस्थापित अप्रेंटिस संघ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। यह एफआईआर 3 और 4 अप्रैल को हुए उग्र और अवैध प्रदर्शन के संबंध में दर्ज की गई है। शिकायत के अनुसार, लगभग 400-500 प्रदर्शनकारी हथियारों से लैस होकर संयंत्र के सभी मुख्य द्वारों को घेर कर करीब 36 घंटे तक जाम किए रहे, जिससे संयंत्र की सुरक्षा और संचालन पूरी तरह प्रभावित हुआ।
बीएसएल ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के जमावड़े से संयंत्र की गैस नेटवर्क और अन्य महत्वपूर्ण यूनिट्स असुरक्षित हो गए, जिससे टाउनशिप और आसपास के इलाकों की सुरक्षा पर भी खतरा मंडराने लगा। इसके चलते कर्मचारियों की आवाजाही रुक गई और संयंत्र में मानव संसाधन की कमी के कारण उत्पादन रुक गया। बीएसएल का दावा है कि इस आंदोलन से उन्हें लगभग 200 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है।
एक प्रदर्शनकारी की मृत्यु के बाद स्थिति और बिगड़ गई। शव के साथ प्रदर्शन कर संयंत्र के द्वारों को दोबारा जाम किया गया। वहीं, प्रदर्शनकारियों द्वारा तेनुघाट-बोकारो नहर को काटने के चलते संयंत्र और शहर में पीने के पानी की भारी किल्लत हो गई।
बीएसएल प्रशासन ने एफआईआर में मांग की है कि सभी आरोपियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो। शिकायत के साथ वीडियोग्राफी, फोटो और मेडिकल रिपोर्ट जैसे साक्ष्य भी पुलिस को सौंपे गए हैं। प्रशासन का कहना है कि यह प्रदर्शन न सिर्फ संयंत्र की कार्यप्रणाली बल्कि कानून व्यवस्था और मानवाधिकारों के भी खिलाफ था।