डिजिटल डेस्क
बोकारो (ख़बर आजतक) : चिन्मय विद्यालय बोकारो भारतीय संस्कृति एवं परंपरा में अटूट विश्वास रखता है। एवं इसके सरंक्षण एवं समृद्धि में हमेशा तत्पर रहता है और बहुमूल्य योगदान देता आ रहा है। इसी कड़ी के विद्यालय के तपोवन सभागार में अखिल भारतीय संस्था ‘स्पीक मेके’ के तत्वाधान में चिन्मय विद्यालय के संगीत नाटक विभाग द्यारा ‘‘विश्व विख्यात राजस्थानी लो गायक भूंगर खान मांगनियार टीम हेतु ‘राजस्थानी लोकगीत एवं नृत्य आयोजित किया गया। करीब एक घटें तक चला यह कार्यक्रम सुर-ताल नृत्य से सजा हुआ था जिसमें जोश भी और थिड़कन भी थी । इन मांगनियारों ने अपने सुरों एवं घुँघरुओं के माध्यम से रंगीला राजस्थान के चटकीले रंग एवं सोंधी मिट्टी से दर्शकों के बुखुबी परिचय करा दिया। इनके गायन के ऊँची सुरीली तान की लहड़ी पर जहाँ दर्शकों ने आनन्द के महाकाश में उड़ने को मजबूर कर दिया तो काल बोलिया नृत्य के तेज लय गति तथा ताल ने बच्चों को आनंद से निहाल कर दिया।
वैदिक परंपरानुसार कार्यक्रम की शुरुआत हुई, कलाकारों को तिलक-मिश्री एवं पुष्प-गुच्छ भेंटकर स्वागत किया गया। इन कलाकारों का स्वागत करते हुए प्राचार्य सूरज शर्मा ने कहा कि राजस्थान के लाल मांगनियार अपने आप में भारत के महान धरोहरों में से एक हैं। मुझे विद्यालय के तपोवन कलामंच पर महान लोगगायक भूंगर खान मांगनियार एवं इनके टोली के सभी सदस्यों का अभिनंदन करते हुए गर्व अनुभव करता हूँ, इन्होंने अपने सुर-ताल लय एवं नृत्य से माँ भारती की असीम सेवा की है और भारतीय संस्कृति को विश्व के कोने-कोने तक फैलाया है। राजस्थान की पहचान केसरिया बालमा से कार्यक्रम की शुरुआत कर सूफीगीत दमादम मस्त कलदंर एवं छाप-तिलक एक छीनी रे मा से नयना मिलाय के से कार्यक्रम का अंत हुआ । राग से गीतराग पर पहुँचा यह कार्यक्रम बीच में कालबेलिया नृत्यांगनाओं की प्रस्तुति से अपनी सर्वोच्चता को प्राप्त किया। शिक्षक – छात्र सभी अपनी सुध-बुध खो बैठे।
इस कार्यक्रम में जिन कलाकारों ने प्रस्तुति दी उनके नाम इस प्रकार हैं –
भुंगर खान के नेतृत्व में साकी खान, तलब खान, भुगर खान, मस्त खान, भुट्टा खान, साबिर खान, एवं आरती ने शानदार प्रदर्शन कर सभी उपस्थित बच्चों एवं गणमान्य अतिथियों का मन मोह लिया l