झारखण्ड बोकारो

मजदूरों को वाजिब हक दो,नहीं तो 15 अक्टूबर को पूर्ण चक्का जाम: राजेंद्र सिंह

बोकारो (ख़बर आजतक) शनिवार को सेल बोकारो इस्पात संयंत्र के अधिशासी निदेशक (संकार्य) कार्यालय पर मेडिकल चेकअप के नाम पर ठेका मजदूरों की छँटनी,39 महीने के बकाया एरियर के भुगतान में टालमटोल तथा एकतरफा एएसपीएलआईएस (बोनस) के विरोध में क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ (एचएमएस) के बैनर तले पूरे संयंत्र के मजदूरों ने जोरदार चेतावनी प्रदर्शन कर प्रबंधन को दिनांक 15 अक्टूबर सुबह 6:00 बजे से 24 घंटे का हड़ताल नोटिस दिया।इस ऐतिहासिक चेतावनी प्रदर्शन में प्लांट के विभिन्न विभागों के सैकड़ो मजदूरों ने भाग लिया।

चेतावनी प्रदर्शन को संबोधित करते हुए संघ के महामन्त्री सह-सदस्य एनजेसीएस श्री राजेंद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान सेल एवं बोकारो प्रबंधन पुरी तरह से मजदूर विरोधी भावना से ग्रसित है।ठेका मजदूरों की दुर्दशा इनके इसी भावना का परिणाम है।ठेका मजदूरों का उत्पादन में भागीदारी को नकारा नहीं जा सकता है।बदले मजदूरों को मिलता है तो बस झारखंड सरकार का मिनिमम वेज। ना ग्रेच्युटी, ना ग्रुप इंश्योरेंस और ना हीं नाइट शिफ्ट या किसी प्रकार का एलाउंस ।आज जबकि ठेका मजदूर एकजुट होकर अपनी अधिकारो की मांग कर रहे हैं तो मजदूर एकता को कमजोर करने के लिए एक नया काला कानून लेकर आये हैं मेडिकल चेक अप का।

कारखाना अधिनियम के तहत मेडिकल चेक अप हर मजदूर का होना है,हमें चेक अप से विरोध नहीं है,मगर चेक अप के नाम पर गेट-पास रोकना शोषण नहीं तो क्या है?हमारी सीधी मांग है कि अविलंब मेडिकल जांच को गेट-पास से लिंक करना बंद किया जाय।ठेका मजदूरों को भी समान काम का समान वेतन दिया जाय।

जहाँ तक नियमित मजदूरों की बात है 39 महीने के एरियर पर मुख्य श्रमायुक्त (केंद्रीय) के समक्ष समझौते एवं दिशानिर्देश के बावजूद इनकी कुंभकर्णी निंद्रा बदस्तूर जारी है।एएसपीएलआईएस (बोनस) पर एकतरफा फरमान से मजदूर आक्रोशित हैं। वादे के मुताबिक बोनस फार्मूले मे सुधार करते हुए इस वर्ष के बोनस के साथ पिछ्ले वर्ष का बकाया रकम भी एरियर के रूप मे भुगतान करना पड़ेगा।इन्सेंटिव रिवार्ड स्कीम का नवीकरण करना पड़ेगा।

अंत में श्री सिंह ने कहा कि हमने विभिन्न विभागो में क्रमबद्ध चेतावनी प्रदर्शन कर प्रबंधन को जगाने का प्रयास किया मगर मजदूरो के प्रति हीन भावना से ग्रसित इनकी कुंभकर्णी निन्द समाप्त नहीं हो रही है।मजबूरन मजदूर आज इस विराट चेतावनी प्रदर्शन के माध्यम से प्रबंधन को दिनांक 15 अक्टूबर के 24 घंटे हड़ताल नोटिस देने को बाध्य हैं। अगर 15 अक्टूबर तक मेडिकल जांच के बहाने गेट-पास को रोकना बंद नहीं किया गया और साथ हीं सभी मुद्दों पर सकारात्मक पहल करते हुए ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो मजबूरन पूरे प्लांट के मजदूर 15 अक्टूबर को चक्का जाम के लिये विवश होंगे। विराट चेतावनी प्रदर्शन को श्री सिंह के अलावे रमेश राय ,सुभाष चंद्र कुंभकार,शशिभूषण आदि ने संबोधित किया।

Related posts

आरयू में कुलपति की अध्यक्षता में विदाई समारोह का आयोजन

admin

Resolute Edu Institute ने मनाया शिक्षक दिवस

admin

बिहार सरकार के मंत्री सह झारखण्ड जदयू के प्रभारी डॉ अशोक चौधरी 7 मई को आएँगे राँची

admin

Leave a Comment