डिजिटल डेस्क
बोकारो (ख़बर आजतक): अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शुक्रवार को एनएससी कोचिंग संस्थान में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की जरूरत क्यों पड़ी और इसका वर्तमान स्वरूप, आने वाले समय में इसकी उपयोगिता पर बोलते हुए छात्र-छात्राओं ने अपने विचार व्यक्त किए .छात्राओं ने कविताओं और गीत के माध्यम से समारोह का रूप ही बदल दिया इस अवसर पर एनएससी के शिक्षक और कर्मचारियों के उपस्थिति भी सराहनीय रही. एन एस सी के शिक्षक करण, विनय,सिद्धार्थ, पंकज ने अपने विचार व्यक्त किया और बताया कि महिलाएं किसी से कमजोर नहीं है, मगर उन्हें हर रूप में सम्मान मिलना ही चाहिए. एनएससी की निर्देशिका नूतन श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाओं को पहले अपने घर से ही अपने स्थिति को मजबूत करने की शुरुआत करनी चाहिए l आज के समय में महिला किसी के मोहताज नहीं है ,पर तमाम कुरीतियों जो घरों से शुरू होती है उनका उन्मूलन करते हुए समाज में दृढ़ता से अपने पैर पसारने चाहिए. आज कोई भी क्षेत्र चाहे जल हो,थल,हो और नभ हो सभी जगह महिलाओं के वर्चस्व को स्वीकारा गया है तो हमें आगे भी अपने व्यवहार में अपनी संस्कार में शालीनता रखते हुए हर जगह अपने मौजूदगी को उत्कृष्ट बनाना है. एनएससी के अनंत सर ने कहा कि महिला हर रूप में पूजनीय है और हर कार्य के लिए समाज का अभिन्न अंग है हमें उनकी गरिमा सम्मान और सहभागिता को स्वीकार करना चाहिए. इस अवसर पर अर्जुन, आयुष, सोनिया, पूजा,निशा,मनीषा, विद्या ने अपने विचार व्यक्त किया सभी लोगों ने कार्यक्रम का आनंद लिया.