बोकारो (ख़बर आजतक) : मंगलवार को मिथिला अकैडमी पब्लिक स्कूल सेक्टर 4 /ई के प्रांगण में प्रतिवर्ष की भांति धूमधाम से विद्यालय के “छात्र परिषद का “अलंकरण” समारोह मनाया गया। बतौर मुख्य अतिथि अनिल कुमार , सीजीएम सर्विस, बोकारो स्टील प्लांट ), प्रेसिडेंट मिथिला सांस्कृतिक परिषद् , श्री राजेंद्र कुमार स्थायी आमंत्रित सदस्य , मिथिला सांस्कृतिक परिषद् , पी के झा चंदन , सचिव, मिथिला अकैडमी पब्लिक स्कूल, मिहिर मोहन झा , व्रित्य सचिव मिथिला सांस्कृतिक परिषद् प्राचार्य अशोक कुमार पाठक एवं उपस्थित गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्वागत गान गाकर बच्चों ने आए आगंतुक का स्वागत किया। कार्यक्रम के साक्षी हमारे शिक्षक गण उपस्थित अभिभावक गण एवं छात्र-छात्राएं थी।
यह चुनाव विद्यालय में विभिन्न चरणों में लिए गए साक्षात्कार द्वारा होता है। छात्र परिषद‘‘ 2024-25 के इस गठन में स्कूल हेड बॉय के रूप में आशीष गोराई कक्षा 12/ए और स्कूल हेड गर्ल के रूप में भूमिका सिंह कक्षा 12/ बी का चयन किया गया । वहीं स्कूल दुप्टी हेड बॉय में आर्यन कुमार कक्षा 11/बी, दुप्टी हेड गर्ल अंकिता कुमारी कक्षा 11/ ए, लिटरेरी सेक्रेटरी के रूप मंइ सुरभि चौधरी कक्षा 10/ए डिप्टी लिटरेरी सेक्रेटरी में दुर्गेश कुमार कक्षा 9/ ए और आयुष कुमार कक्षा 12/बी, स्पोर्ट्स सेक्रेट्री, स्पोर्ट्स वाइज सेक्रेट्री के रूप में पूनम कुमारी कक्षा 11/बी और का चयन किया गया। इसी अवसर पर विभिन्न हाउस कैप्टन में बिरसा हाउस की एकता कुमारी कक्षा 11/ बी वाइस कैप्टन दीपिका कुमारी कक्षा 10/बी , भारती हाउस से अमन कुमार कक्षा 9/ए , वाइस कैप्टन आदित्य कुमार कक्षा 10/बी , विद्यापति हाउस से कप्तान अश्मित नारयण झा कक्षा 10/ए, वाइस कैप्टन सुचित्रा कुमारी कक्षा 10/ए, वाचस्पति हाउस से कैप्टन प्रिन्स सिंह कक्षा 10/ए, वाइस कैप्टन लक्खी महतो कक्षा 9/ए |कल्चरल सेक्रेटरी श्रधा सिंह , कक्षा 10/बी, डीसीपिलीन हेड सुमित थापा कक्षा 12/ए, डीसीपिलीन हेड गर्ल अमीषा कुमारी कक्षा 11/ए, का चयन किया गया | मंच का संचालन शिक्षक देव दुलाल मित्रा द्वारा किया गया |
अलंकरण समारोह में मुख्य अतिथि ने छात्रों को अनुशासन का महत्व बताते हुए कहा कि बिना अनुशासन के मनुष्य सफल नहीं हो सकता | जीवन में सफलता हासिल करने के लिए अनुशासन एवं समर्पण आवश्यक है। वही सचिव श्री प्रमोद कुमार झा ‘चंदन’ ने कहा कि कुशल नेतृत्वकर्ता कभी भी अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए अनुशासन भंग नहीं करते ,क्योंकि अनुशासन से ही जीवन की कल्पना की जा सकती है। वहीं मिथिला सांस्कृतिक परिषद के श्री राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि समय का महत्व सबसे अधिक जरूरी होता है । व्यक्तित्व विकास के लिए सकारात्मक सोच एवं धैर्य का होना जरुरी है | प्राचार्य अशोक कुमार पाठक ने कहा की भीड़ में खड़ा होना आसान है अगुवाई करना उतना ही कठिन है जो इस कठिनाई को पार करता है उसी को लक्ष्य की प्राप्ति होती है