बोकारो (ख़बर आजतक): बोकारो जिले के ललपनिया स्थित लुगु पहाड़ में सोमवार (21 अप्रैल) को नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए ‘ऑपरेशन डाकाबेड़ा’ में भाग लेने वाले वीर जवानों को आज झारखंड पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता ने सम्मानित किया। ललपनिया गेस्ट हाउस में आयोजित इस समारोह में कई वरीय पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। इस अवसर पर कोबरा, झारखंड जगुआर और जिला पुलिस बल के साहसी जवानों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनके अदम्य साहस की सराहना की गई।
इस दौरान डीजीपी अनुराग गुप्ता ने नक्सलियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा,
“सरेंडर करें, वरना ऐसी ही कार्रवाई में मरने को तैयार रहें।”
उल्लेखनीय है कि सोमवार को चलाए गए ऑपरेशन डाकाबेड़ा के दौरान सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 8 नक्सली ढेर किए गए, जिनमें माओवादी केंद्रीय कमेटी के सदस्य और 1 करोड़ रुपये का इनामी नक्सली प्रयाग मांझी भी शामिल था। घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार, एके-47, तीन इंसास रायफल समेत कई सामग्री बरामद की गई। खास बात यह रही कि इस अभियान में कोई भी सुरक्षाकर्मी घायल नहीं हुआ, जो ऑपरेशन की उत्कृष्ट योजना और निष्पादन को दर्शाता है।
डीजीपी ने कहा,
“25 वर्षों की सेवा में इतनी बड़ी कामयाबी पहले कभी नहीं मिली। जवानों ने हमारा सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। हमने सांप के सिर को ही कुचल दिया है। अब बोकारो और गिरिडीह इलाके में नक्सली पूरी तरह से दिशाहीन हो गए हैं।”
उन्होंने यह भी घोषणा की कि इस ऑपरेशन में शामिल सभी जवानों को अब चाईबासा के सारंडा क्षेत्र में भेजा जाएगा, जहां अगला लक्ष्य नक्सलियों का पूर्ण सफाया करना है। डीजीपी ने विश्वास व्यक्त किया कि बरसात से पहले झारखंड को नक्सल मुक्त करने का संकल्प शीघ्र ही साकार होगा।
अंत में उन्होंने नक्सलियों से हाथ जोड़कर अपील करते हुए कहा,
“अब भी वक्त है, रास्ता बदल लें, नहीं तो झारखंड की यह मिट्टी उनकी अस्थियों का ठिकाना बन जाएगी।”