रिपोर्ट : रंजन वर्मा
कसमार (ख़बर आजतक) : झारखंड के पर्वतारोही शशि शेखर ने 17 अगस्त को यूरोप की सबसे ऊँची चोटी, माउंट एल्ब्रुस (5,642 मीटर) पर स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में तिरंगा फहराया। रूस के कॉकस पर्वत श्रृंखला में स्थित इस पर्वत पर चढ़ाई कर उन्होंने एक नई उपलब्धि हासिल की और झारखंड का नाम रोशन किया। इसके साथ ही सामाजिक संस्था सहयोगिनी द्वारा बाल विवाह के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का समर्थन किया। इस दौरान सहयोगिनी के लोगो का झंडा फहराया ।
शशि शेखर ने कहा कि झारखंड में बाल विवाह के कारण लड़कियों को काफी दिकातो का सामना करना पड़ता है। जिसके खिलाफ हमे एकजुक होकर बाल विवाह जैसे कुप्रथा को समाप्त करना है। उन्होंने बाल विवाह के खिलाफ लड़ाई के लिए किशोरियों का नेतृत्व क्षमता विकसित कर उन्हे अवसर प्रदान करने पर बल दिया।
शशि शेखर झारखंड के ग़ोमिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. लम्बोदर महतो के पुत्र हैं। शशि ने अपना अभियान की शुरुआत ट्रेक्सोल से हुई जहां से वो आगे गाराबासी (3,800 मीटर) में रुककर अपनी एक्लिमेटाइजेशन पूरी की और फिर मारिया शेल्टर(4,200 मीटर) तक का सफर किया। वहां उन्होंने मौसम साफ होने का इंतजार किया और 17 अगस्त को Summit Push समीत पुस के लिए निकल पड़े। हालांकि उस दिन भी तेज हवा चल रही थी, इसके बावजूद वे 17 अगस्त की सुबह करीब 8 बजे समित पर पहुँच गए।
इस उपलब्धि ने न केवल शशि की व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा को पूरा किया, बल्कि झारखंड में पर्वतारोहण की दुनिया में एक नई मिसाल स्थापित की। उनके इस साहसिक प्रयास ने यह भी दर्शाया कि सही तैयारी, समर्पण और दृढ़ निश्चय के साथ किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।
इस उपलब्धि पर सहयोगिनी की सचिव कल्याणी सागर, कुमारी किरण, सूर्यमुनि देवी, सुचित्रा सिंह, मंजू देवी, सोनी कुमारी , गौतम सागर, रवि कुमार, फुलेंद्र रविदास, अनिल हेंब्रम, अभय कुमार सिंह, नीतू कुमारी, कुमार गौरव आदि ने खुशी जाहिर की है।