बोकारो (ख़बर आजतक) : झारखंड सरकार अपने सरकारी कार्यक्रमों के लिए निजी विद्यालयों के बसों का इस्तेमाल कर रही है। जिस दिन कार्यक्रम का आयोजन होता है। उस दिन निजी विद्यालय या तो अपने स्कूलों की पढ़ाई बंद कर देते हैं या फिर परिजनों से कहा जाता है कि वह अपने बच्चों को अपने निजी वाहन से स्कूल पहुंचाये और वापस घर लेकर जाएं। हेमंत सरकार के इस रवैया से अभिभावक वर्ग में काफी रोज़ देखा जा रहा है। यह पहली सरकार है जो अपनी पीठ थपथपाने के लिए स्कूलों की पढ़ाई बाधित कर रही है।
पिछले दिनों लालपनिया के कार्यक्रम में भी इसी प्रकार का फरमान बोकारो डीटीओ द्वारा 35 स्कूलों को दिया गया था और उनसे 15-15 बसो की मांग की गई थी। उसको ना चाहते हुए भी स्कूल प्रबंधन सरकारी आदेश को मानते हुए बस उपलब्ध कराया। ललपनिया में जिस समय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था उसे समय लगभग सभी स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षा चल रही थी। सीएम हेमंत सोरेन के जिद के आगे सभी स्कूलों प्रबंधन को झुकना पड़ा और अपनी परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ी, कुछ स्कूल जिन्होंने परीक्षा स्थगित नहीं की उस स्कूल के छात्रों के परिजनों ने अपने बच्चों को स्वयं स्कूल पहुंचा और परीक्षा दिलवाई। कुल मिलाकर सत्ता के नशे में चूर कांग्रेस और जेएमएम की गठबंधन की सरकार बच्चों की शिक्षा से खिलवाड़ कर रही है। इसका लोजपा जोरदार ढंग से विरोध करेगी और पूरे राज्य के अभिभावक को एक मंच पर लाकर इस सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का काम करेगी।