धनबाद (ख़बर आजतक) : संयुक्त राष्ट्र ने 12 मई को अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस (IDPH) को वैश्विक जागरूकता बढ़ाने के लिए नामित किया कि कैसे पौधों के स्वास्थ्य की रक्षा करने से भूख को समाप्त करने, गरीबी को कम करने, जैव विविधता और पर्यावरण की रक्षा करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है। इसी क्रम में भारत सरकार, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत वनस्पति संरक्षण, संगरोध एवं संग्रह निदेशालय के तत्वधान में केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र रांची द्वारा रांची जिले के नगरी प्रखंड अंतर्गत टिकराटोली ग्राम में कृषि गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में इस वर्ष के मूल विषय पादप स्वास्थ्य, सुरक्षित व्यापार और डिजिटल प्रौद्योगिकी पर विस्तार से चर्चा की गई ।
गोष्ठी के दौरान पादप स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर केंद्र प्रभारी श्रीमति प्रीति कुमारी ने विस्तार से जानकारी दी ,किसानों के पादप स्वास्थ्य संबंधी प्रश्नों का उत्तर दिया । डिजिटल प्रौद्योगिकी की भूमिका पर श्रीमति प्रियंका साहा मालाकार एवं सुश्री प्यारी संगा ने प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए जिला पौध संरक्षण के कार्यालय में इस वर्ष के IDPH के विषय पर विस्तार से चर्चा हुई। श्रीमति प्रीति कुमारी ने महत्वपूर्ण विषय सुरक्षित व्यापार पर जानकारी साझा की, वहीं जिला कृषि अधिकारी, रांची ने कीटनाशकों के अवशेष पर प्रकाश डाला ।
कनीय पौध संरक्षण अधिकारी ने पादप स्वास्थ्य में समाज की भूमिका पर प्रकाश डाला। मौके पर केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव केंद्र एवं जिला कृषि कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे ।
केंद्र द्वारा कल दिनांक 11.05.2024 को स्कूली बच्चों के बीच पौधा बचाओ, धरती बचाओ विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा एवं 12 मई को वृक्षारोपण के साथ इस कार्यक्रम का समापन किया जाएगा ।