नितीश मिश्रा
राँची : प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु के प्रो. राधाकांत पाधी ने सरला बिरला विश्वविद्यालय में आयोजित बसंत कुमार बिरला स्मृति व्याख्यानमाला में कहा कि आने वाले वर्षों में भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाने को तैयार है। उन्होंने बताया कि चंद्रयान-3, आदित्य-एल1, गगनयान जैसे अभियानों की सफलता में कंप्यूटर आधारित मार्गदर्शन तकनीक क्रांतिकारी साबित हुई है। भविष्य के मिशन—चंद्रयान-4, मंगल, शुक्र व आर्टेमिस कार्यक्रम—में भी इसका अहम योगदान रहेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. सी. जगनाथन ने की।

महानिदेशक प्रो. गोपाल पाठक ने स्व. बसंत कुमार बिरला के समाजसेवी और शिक्षाविद जीवन को प्रेरणास्रोत बताया। संचालन डॉ. मीता वर्मा ने किया। मौके पर शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।