छात्रों में राष्ट्रवादी विचारधारा आलोकित करने वाला विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन एबीवीपी: डॉ पंकज कुमार
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद झारखंड प्रान्त कार्यालय पर अभाविप के 75वें वर्षगाँठ पर प्रांत कार्यालय पर ध्वजारोहण एवं विचार संगोष्ठी किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महानगर मंत्री रोहित शेखर ने किया। इस दौरान ध्वजारोहण के पहचात वक्ता में झारखंड प्रान्त प्रमुख डॉ पंकज कुमार ने बताया कि अभाविप ने अपने स्थापना काल से छात्रों तथा राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते आ रही है। उन्होंने कहा कि अपनी 75 वर्षों की यात्रा में अभाविप ने एक लंबा रास्ता तय करते हुए देश को राजनीति, पत्रकारिता, शिक्षा आदि क्षेत्रों में कार्य कर रही चरित्रवान तथा देश के बारे में सोचने वाली पीढ़ी तैयार की है। हम आने वाले वर्षों में देश व मनुष्यता के लिए नई पीढ़ी के साथ नई ऊर्जा द्वारा अच्छा कार्य करने हेतू प्रतिबद्ध हैं। विद्यार्थी परिषद बांग्लादेशी अवैध घुसपैठ का मामला हो, जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाने की बात हो, सभी में विद्यार्थी परिषद् समय-समय पर आन्दोलन चलाता रहा है। बांग्लादेश को तीन बीघा जमीन देने के विरुद्ध परिषद् ने ऐतिहासिक सत्याग्रह किया था। इस दौरान डॉ पंकज कुमार ने सभी को 75वें वर्ष में प्रवेश पर बधाई दी।
वहीं वक्ता के अगले क्रम में महानगर अध्यक्ष प्रो उमेश कुमार ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थापना 9 जुलाई 1949 को हुआ था। अभाविप स्थापना दिवस को राष्ट्रीय छात्र दिवस के रुप में मनाती है। विद्यार्थी परिषद् छात्रहित के साथ साथ राष्ट्रहित में कार्यकर्ता है। विद्यार्थी परिषद् शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ सदैव आवाज उठाती रही है। अलगाववाद, अल्पसंख्यक तुष्टीकरण, आतंकवाद और भ्रष्टाचार जैसी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ हम लगातार संघर्षरत रहे हैं।
इस दौरान धन्यवाद ज्ञापन महानगर मंत्री रोहित शेखर ने बताया की विद्यार्थी परिषद् छात्र, राष्ट्र और समाज के अग्रिम भूमिका में रहने वाला छात्र संगठन है, आप सभी एक ध्वजारोहण ओर विचार संगोष्ठी में शामिल होकर कार्यक्रम को सफल बनाया।
इस मौके पर आनंद ठाकुर,शशांक राज, संजय महतो, अटल पांडेय, आशुतोष सिंह, विशाल सिंह, अवधेश ठाकुर, किरण कुमारी, निवास मंडल, दिशा दित्य,शशि कांत सुमन, प्रणव गुप्ता, कनंद, प्रेम प्रतिक केशरी, अमर रवि, रिपुंजय धर दुबे, खुशबू, साक्षी गुप्ता, ऋषभ, नियति, विद्यानंद रॉय आदि उपस्थित थे।