बंगाल में न्याय की माँग करना वर्तमान समय में एक जघन्य अपराध: अमर सिंह
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राँची महानगर द्वारा शनिवार को बंगाल सरकार के खिलाफ आक्रोश मार्च निकालकर पुतला दहन किया गया। जादवपुर विश्वविद्यालय में नाबालिग छात्र स्वप्नदीप कुंडू की रैंगिंग व मृत्यु मामले में पश्चिम बंगाल सरकार व जादवपुर विश्वविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, राष्ट्रीय मंत्री बिराज विश्वास सहित 100 से अधिक अभाविप कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करते हुए पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय है।
इस दौरान शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दक्षिण बंग प्रांत इकाई द्वारा आयोजित ‘चलो जादवपुर’ प्रदर्शन के माध्यम से न्याय की माँग कर रहे अभाविप कार्यकर्ताओं के साथ पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा अत्यंत बर्बरतापूर्वक व्यवहार किया गया। इस प्रदर्शन में शामिल छात्राओं को पुरुष पुलिस द्वारा रोकने का प्रयास किया गया व दुर्व्यवहार करते हुए उन्हें बलपूर्वक घसीट कर पुलिस गाड़ी में डाला गया। इस आंदोलन के समय एक भी महिला पुलिस उपस्थित नहीं थी।
उल्लेखनीय है कि जादवपुर विश्वविद्यालय में बीए में अध्ययनरत नाबालिग छात्र स्वप्नदीप कुंडू के साथ रैगिंग, यौन दुर्व्यवहार की घटना के बाद हॉस्टल की बालकनी से गिर स्वप्नदीप कुंडू की अस्पताल में मृत्यु हो गई। इस घटना ने पश्चिम बंगाल में छात्रों के लिए भय व्याप्त वातावरण को पुनः उजागर कर दिया है।
अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री अंकिता पवार ने इस विषय पर कहा कि, ” पश्चिम बंगाल की जादवपुर विश्वविद्यालय में रैगिंग की जघन्य घटना अत्यंत जघन्य कृत्य है। हमारे परिसर छात्रों के लिए सुरक्षित होने चाहिए, न कि उन्हें अपराधियों का अड्डा बनाया जाए। आज जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता स्वप्नदीप कुंडू के लिए न्याय की माँग कर रहे थे, तो पुलिस ने उनके साथ अत्यंत बर्बरतापूर्वक व्यवहार किया गया। छात्राओं के साथ पुरुष पुलिस ने दुर्व्यवहार किया। महिलाओं के लिए पश्चिम बंगाल असुरक्षित होता जा रहा है, पश्चिम बंगाल सरकार केवल सरकार की विफलताओं की आलोचना करने वालों को गिरफ्तार करने व पुलिसिया दमन में व्यस्त है।”
इस विषय पर राँची जिला संयोजक अमर सिंह नें कहा कि बंगाल में न्याय की माँग करना भी वर्तमान समय में एक जघन्य अपराध हो गया है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री एवं अन्य कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करना एवं गिरफ्तार करना असंवैधानिक है, ममता बानों सरकार अविलम्ब अभाविप कार्यकर्ताओं को रिहा करे अन्यथा अभाविप राँची महानगर चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
इस मौके पर प्रांत के सह-कोष प्रमुख शुभम पुरोहित, सोशल मीडिया सह-संयोजक आनन्द कुमार, राँची विभाग संयोजक प्रेम प्रतीक, अभिनव जीत, ऋतुराज शाहदेव, विद्यानन्द राय, सौरभ कुमार, सिद्धांत श्रीवास्तव, शारदा कुमारी, कुमकुम गुप्ता, पवन नाग, गौरव कुमार,कुणाल केशरी, सोनल झा, सौरव यादव, प्रियांशु कुमार, ऋतिक जायसवाल उपस्थित थे।