रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची(खबर_आजतक): झारखण्ड आंदोलनकारी संघर्ष के संस्थापक व प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि झारखण्ड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में मोरहाबादी मैदान स्थित बापू वाटिका के समक्ष झारखण्ड आंदोलनकारीगण अपने अधिकारों एवं झारखंड अलग राज्य के मूल्यों की रक्षा का संकल्प सभा में भाग लेंने के लिए शुक्रवार से ही राँची पहुँचने लगे हैं। इस कार्यक्रम में पहुँचने वाले आंदोलनकारियों को डोरंडा स्थित कार्यालय में ठहरने की व्यवस्था की गई है जबकि विभिन्न प्रमंडल से जत्था बनाकर आने वाले आंदोलनकारीगण 24 अगस्त को अहले सुबह 4:00 से पूर्वाहन 11:00 तक कार्यक्रम स्थल बापू वाटिका पहुँच जाएँगे। आंदोलनकारी स्वयं कार्यक्रम एवं व्यवस्था का हिस्सा बनेंगे। झारखण्ड आंदोलनकारी अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा का आवाज बनेंगे।
उन्होंने बताया कि संकल्प सभा में हजारों हजार की संख्या में आंदोलनकारीगण अपने परंपरागत अस्त्र शस्त्र, वाद्य यंत्र एवं पारंपरिक वेशभूषा में आएँगे। आज झारखंडियों एवं आंदोलनकारी के समक्ष अलग पहचान के ही संकट नहीं बल्कि रोजी रोजगार नियोजन, सम्मान पेंशन राशि ₹50-50 हजार एवं जेल जाने की बाध्यता को समाप्त सुनिश्चित करने के लिए संघर्ष तेज करना है।
वहीं केन्द्रीय उपाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने कहा कि झारखण्ड आंदोलनकारी आज सरकार के समक्ष अपनी माँगों को एवं अलग राज्य के मूल्यों को स्थापित करने के लिए बाध्य हुए हैं। राज्य सरकार ने वर्ष 2019 में अपने चुनावी घोषणा पत्र में आंदोलनकारी को पेंशन देने का वादा किया था लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ है और आज आंदोलनकारी एक आंदोलन के लिए बात हुई हैं। 24 को आंदोलनकारियों के अधिकारों की रक्षा की गूँज पूरे राज्य में गूँजेगी।