नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट राँची में योग, राजयोग एवं ज्ञानयोग रचेता तथा युवाओं के प्रेरणास्त्रोत स्वामी विवेकानंद की जयंती एवं राष्ट्रीय युवा दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा की मलयापर्ण एवं दीपप्रज्जवलन के साथ की गई। तत्पश्चात संस्थान के छात्रों हेतू ऑडिटोरियम में “उठो, जागो और अपने पास मौजूद शक्ति को पहचानो” विषय पर भाषण एवं कविता प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें छात्रों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इस आयोजित इस प्रतियोगिता में छात्रों ने स्वामी विवेकानंद के ज्ञान की बातों, चरित्र एवं कुशल मार्गदर्शन आदर्श विचारों को प्रस्तुत किया जिसके लिए आदित्य विक्रम बजाज एवं सत्या को अंग्रेज़ी एवं हिंदी भाषण तथा शिवम् कुमार सिंह को कविता हेतू उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्वामी विवेकानंद की पुस्तक एवं अवार्ड देकर सम्मानित किया गया।
इस संस्थान के प्राचार्य डॉ. भूपेश कुमार ने सभी उपस्थितगण एवं छात्रों को राष्ट्रीय युवा दिवस की बधाई देते एवं स्वामी विवेकानंद के विचारों को साझा करते हुए बताया कि स्वामी विवेकानंद केवल एक संत हीं नहीं बल्कि एक महान देशभक्त, दार्शनिक, वक्ता, विचारक, लेखक भी थे जिन्होंने 1893 में अमेरिका के शिकागो में हुए विश्व धार्मिक सम्मलेन भारत और हिंदुत्व का प्रतिनिधित्व कर अपने विचारों से पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर बेहद कम उम्र में हीं विश्व विख्यात प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु बन गए। साथ हीं डॉ. भवेश कुमार ने छात्रों को निर्देश दिया कि जिस प्रकार स्वामी विवेकानन्द स्वच्छता, धैर्य एवं दृढ़ता से अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर विश्व विख्यात हुए ठीक उसी प्रकार छात्रों को अपने लक्ष्य की प्राप्ति करने हेतू लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर हर संभव प्रयास कर सफलता हासिल करनी चाहिए।