नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में अपने विचार प्रकट करते हुए विशिष्ट अतिथि के रुप में मौजूद डॉ रामेश्वर उराँव ने कहा कि आज नियुक्ता और नियुक्त दोनों ही खुशी महसूस कर रहे हैं। नियुक्ता यानी सरकार जब नौकरी देती है उसे प्रसन्नता होती है और नियुक्त होने वाले जब रोजगार मिलता है तो उन्हें खुशी होती है और हमेशा याद रखते हैं, सरकार सबसे बड़ी रोजगार देने वाली संस्था है।उन्होंने कहा कि आईपीएस अधिकारी के रुप में मैंने दो सिपाही को नियुक्त किया था और आज वह दोनों मेरे समकक्ष आईपीएस अधिकारी बन गए तो मेरी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। एक इंस्पेक्टर मुझे मिला और उसने जब कहा कि आपने मुझे बहाल किया था और आज मैं इंस्पेक्टर हूँ तो मैंने उसकी पीठ थपथपाई और शुभकामनाएं दी।
इस दौरान डॉ रामेश्वर उराँव ने नियुक्त होने वाले युवाओं से कहा कि अपनी जिम्मेदारियों का हमेशा स्मरण रहे। पहली सरकार के प्रति,फिर जनता के प्रति और तीसरा अपने माता पिता के प्रति। कई बार ऐसी शिकायतें लेकर लोग मेरे पास आते हैं कि बच्चों को पढ़ाया, लिखाया, नौकरी लगी, शादी हो गई और माँ बाप को भूल गए, बेसहारा छोड़ दिया ऐसा नहीं होना चाहिए।
वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उराँव ने कहा कि आप पंचायत सेवक बन रहे हैं, मुखिया से मिलकर गाँव की सेवा करनी है, गाँव को ताकत देना है तभी आपकी उपयोगिता समझी जाएगी। देश में चौखंभा सरकार है, केन्द्र,राज्य,जिला और गाँव। चारों स्तर पर सरकार चलेगी तभी हमारा देश और लोकतंत्र मजबूत होगा।राज्य के साथ साथ गाँव की भी आम का सृजन जरुरी है तभी विकास संभव है।
इस नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में डॉ रामेश्वर उराँव ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के साथ साथ मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, डीजी पुलिस अजय कुमार सिंह, तत्कालीन होम सेक्रेटरी राजीव अरुण एक्का, प्रधान सचिव वंदना डाडेल को बधाई एवं धन्यवाद देते हुए कहा कि इनकी सकारात्मक सोच की वजह से देश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर आईपीएस में प्रोन्नति मिली है जो झारखण्ड के लिए ऐतिहासिक है। ऐसा निर्णय नां पहले कभी हुआ और ना भविष्य में कभी हो सकता है।