रिपोर्ट : पंकज सिन्हा
पेटरवार (ख़बर आजतक) : पेटरवार क्रीमी लेयर व वर्गीकरण के आधार पर आरक्षण संबंधित सुप्रीम कोर्ट के आदेश के विरोध में पूर्व घोषित तिथि के अनुसार भारत बंद के आह्वान पर बुधवार को संयुक्त अनुसूचित जाति /जनजाति फोरम (साजफ )के बैनर तले पुर्वाहण सवा नौ बजे से एन एच 23 पेटरवार तेनु चौक पर चक्का जाम कर दिया गया। जिसके कारण बोकारो-रामगढ़ पथ और तेनुघाट -कसमार पथ पूरी तरह से जाम हो गया। चारों तरफ छोटी -बड़ी वाहनों की लंबी कतार लग गयी। यहां तक की बाइकों को भी आर -पार नहीं होने दिया गया। जिससे सड़कों पर आवाजाही करने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों और जाम कर्ताओं के बीच हॉट -टॉक भी हुआ। वहीं सरकारी संस्थान, एवं सभी दुकान खुली रही। वहीं भारत बंद का समर्थन कई संगठनों ने किया।आंदोलनकारी संविधान में छेड़ -छाड़ बंद करें, केंद्र सरकार हाय हाय आदि नारे लगा रहे थे।
चक्का जाम कार्यक्रम साजफ के केंद्रीय प्रधान महासचिव बाली रजवार व जिला अध्यक्ष महेन्द्र मुंडा के नेतृत्व में किया गया। इन्होंने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा जो संविधान में जो छेड़-छाड़ हुई है उसको केंद्र सरकार व सुप्रीम कोर्ट तुरंत वापस लें अन्यथा आंदोलनऔर भी उग्र किया जायगा। जिसमें बहुत सी चीजों की क्षति हो सकती है,जिसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार एवं सुप्रीम कोर्ट स्वयं होगी। सड़क में प्रशासन चुस्त दुरुस्त देखा गया। प्रशासन के द्वारा समझने के बाद सड़क जाम तीन बजे अपराह्न हटाया गया।
मौके पर केंद्रीय उपाध्यक्ष अशोक रजवार, महासचिव राजेंद्र नायक, रुपलाल रजवार, राजू मुंडा, कुम्भकरण मुंडा, नारायण रजवार, बुधु घांसी, नेमचंद घांसी, जितेंद्र घांसी, शिवचंद बेदिया, संतोष रजवार, संटू कुमार, विजय मरांडी, मंसूर आलम, संदीप कुमार, विपिन बिहारी टुडू, प्रेमचंद बास्के,विटु कुमार, विजय कुमार मरांडी एवं काफी संख्या में आंदोलनकारी मौजूद थे।