झारखण्ड धनबाद

आसनसोल मंडल में कांवड़ियों के लिए निर्बाध चिकित्सा सहायता

रिपोर्ट : सरबजीत सिंह

आसनसोल (खबर आजतक):- देवघर के बैद्यनाथधाम में वार्षिक श्रावणी मेला पूरे भारत में श्रद्धालुओं, विशेषकर कांवड़ियों के लिए बहुत महत्व रखता है, जो भगवान शिव को जल चढ़ाने के लिए पवित्र यात्रा पर निकलते हैं। यह जीवंत त्योहार लाखों भक्तों को आकर्षित करता है, जो आस्था और भक्ति का एक अनूठा संगम होता है।

पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल ने त्योहार की अवधि के दौरान तीर्थयात्रियों की संरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए विशेष रूप से बैद्यनाथधाम, देवघर, जसीडीह और बासुकीनाथ स्टेशनों जैसे प्रमुख स्थानों पर व्यापक तैयारियां की हैं।श्रावणी मेला 2024 के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए तीर्थयात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित यात्रा के लिए आसनसोल मंडल ने विभिन्न पहलुओं को लागू किया है। कांवड़ियों के लिए तत्काल और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता को देखते हुए चिकित्सा सहायता पर मुख्य रूप से ध्यान दिया गया है।

रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और रेलवे अधिकारियों के सहयोग से चिकित्सा विभाग ने इन प्रमुख स्टेशनों पर चिकित्सा शिविर स्थापित किए हैं। ये शिविर आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति, आपातकालीन प्रतिक्रिया दल और एम्बुलेंस से सुसज्जित हैं। उनका समन्वित प्रयास यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति का पता लगते ही यथाशीघ्र भक्तों की सहायता के लिए प्रशिक्षित कर्मचारी चौबीसों घंटे उपलब्ध रहें।4 अगस्त, 2024 को जगन्नाथपुर, रांची (झारखंड) के निवासी 42 वर्षीय राजेश कुमार नामक एक पुरुष भक्त को बैद्यनाथधाम स्टेशन पर बुकिंग काउंटर के पास अचानक तबीयत बिगड़ रही है, ऐसा उनको महसूस हुआ। एएसआई एस. के. खान और अन्य रेलवे अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई ने सुनिश्चित किया कि श्री कुमार को तत्काल चिकित्सा सहायता दिया गया। उन्हें उनकी पत्नी के साथ सदर अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में ले जाया गया। समय पर उपचार के कारण श्री कुमार की हालत स्थिर है और अब वे ठीक हो रहे हैं।पिछले सप्ताह एक अन्य घटना घटी जिसमें बिहार के सारण के निवासी उमा सिंह नामक 54 वर्षीय पुरुष जसीडीह रेलवे स्टेशन के लिफ्ट के पीछे प्लेटफार्म 2/3 पर बेहोश पाए गए। एक सतर्क आरपीएफ अधिकारी ने उन्हें तुरंत मल्टी-फंक्शनल कॉम्प्लेक्स (एमएफसी) के पास स्वास्थ्य शिविर में ले गये, जहां उन्हें आवश्यक चिकित्सा उपचार दिया गया। श्री सिंह को होश आ गया है और अब वे बिल्कुल ठीक है।पूर्व रेलवे का आसनसोल मंडल श्रावणी मेला 2024 के दौरान सभी भक्तों की संरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने का प्रयास करता है। चिकित्सा विभाग, आरपीएफ और रेलवे अधिकारियों के समन्वित प्रयास से तीर्थयात्रियों को समय पर चिकित्सा सहायता और सहायता प्रदान करने में सहायक रहे हैं। जैसा कि त्योहार अभी भी जारी है, मंडल का लक्ष्य एक सुरक्षित और मेहमाननवाज वातावरण बनाए रखना है, जिससे भक्तगण अपने मन की शांति के साथ-साथ अपनी आध्यात्मिक यात्रा पर ध्यान केंद्रित कर सकें।

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