चास और चंदनक्यारी के 8 गांवों के 450 आदिवासी किसान और उनके परिवार वाडी परियोजना से जुड़े हुए हैं।
इस परियोजना के तहत 450 एकड़ भूमि में 25,000+ से अधिक आम, अमरूद और इमारती लकड़ी के पौधों की खेती की गई।
बोकारो (खबर आजतक) : ईएसएल स्टील लिमिटेड ने नाबार्ड और कार्यकारी ग्रामीण सेवा संघ के साथ साझेदारी से शुरू किये गए प्रोजेक्ट वाड़ी को, झारखंड में पौधों को अधिकतम जीवित रखने की दर और उच्चतम प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया है। NABCON ने नाबार्ड को अपने जियो-टैगिंग परिणाम प्रस्तुत किए, जिसमें यह देखा गया कि चास और चंदनक्यारी के प्रोजेक्ट वाडी के तहत क्षेत्र में राज्य के लगभग 50 वाडियों में पौधों को जीवित रखने की दर हासिल की है। यह फलदायी परिणाम संगठनों द्वारा किए गए निरंतर देखभाल और प्रयासों और आदिवासी किसान समुदाय के समर्थन से प्राप्त किया गया है।
वर्ष 2021-22 में शुरू हुआ प्रोजेक्ट वाडी, चास और चंदनकियारी ब्लॉक के 8 गांवों में अमल किया जा रहा है, जिसमें भागाबांध, हुटुपाथर, पारटांड, कुंवरपुर, नेपुरचक, आसनसोल, तेतुलिया और पश्चिम महल शामिल हैं। प्रोजेक्ट वाडी के तहत लगातार दो वर्षों (वित्तीय वर्ष 21-22 और वित्तीय वर्ष 22-23) में 450 एकड़ भूमि पर पौधो का रोपण किया गया, जिससे 450 से अधिक आदिवासी किसानों और उनके परिवारों को लाभ प्राप्त हुआ। WADI परियोजना के माध्यम से, एक सीमांत आदिवासी किसान जिसके पास 5 एकड़ से अधिक भूमि नहीं है, वह अब रणनीतिक रूप से चयनित 3-4 फसलों के बीच अंतरफसल लगाने में कामयाब है। ईएसएल ने बोरिंग और सोलर पैनल प्रदान करके सिंचाई सुविधाओं के माध्यम से किसानों का सहयोग किया है। फसलों के साथ-साथ फल देने वाले पेड़ और इमारती लकड़ी का रोपण कर अब वही किसान जलवायु, जैविक और विपणन जोखिमों को कम करने में मदद करता है। ईएसएल द्वारा कार्यान्वित प्रोजेक्ट वाड़ी बाग-आधारित गतिविधियों के साथ-साथ, भूमिहीन आबादी को बेहतर आय सृजन के लिए पशुपालन और सूक्ष्म उद्यम विकास गतिविधियों से वित्तीय सहायता भी प्रदान करता है। परियोजना में सिंचाई, भूमि विकास, समुदाय, महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के विकास की व्यवस्था भी शामिल है। WADI परियोजना का उद्देश्य जनजातीय परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ साथ स्थायी आजीविका प्रदान करना है।
नाबार्ड के 42वें स्थापना दिवस पर, WADI लाभार्थी प्रतिनिधि श्री राजेंद्र हेंब्रम, श्री लाकिंदर मांझी और शैलेंदर सोरेन ने 450 किसानों की ओर से पुरस्कार प्राप्त किया उन्हें मुख्य अतिथि, माननीय राज्यपाल झारखंड, श्री सी.पी. राधाकृष्णन और नाबार्ड सी.जी., एम. श्री एस.के.जहागीरदार द्वारा सम्मानित किया गया। । यह पुरस्कार ईएसएल स्टील लिमिटेड के #बेहतरझारखंड के दृष्टिकोण में सक्रिय रूप से भाग लेने और योगदान करते हुए स्थानीय समुदायों के विकास के प्रति अथक समर्पण का प्रमाण है|