बोकारो (ख़बर आजतक) : रविवार को बेदांता कंपनी और भारत में अग्रणी एकीकृत इस्पात उत्पादक ईएसएल स्टॉल लिमिटेड ने सामाजिक और की सामुदायिक विकास के प्रति प्रतिबद्ध है। विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सरकारी निकायों और गैर सरकारी संगठनों से कई पुरस्कारों और सम्मानों से सम्मानित, ईएसएल स्टील लिमिटेड समाज के सभी वर्गों की उत्थान प्राथमिकता देता है। इस जिम्मेवारी को निर्वाह करते हुए ईएसएल स्टील लिमिटेड ने वाडी प्रोजेक्ट को नाबार्ड के सहयोग से और ग्रामीण सेवा संघ के साझा प्रयास से राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर एक सत्र का आयोजन किया। जहां आदिवासी किसानों को विभिन्न लाभों के बारे में जानकारी दी गई। प्रोजेक्ट वाडी, ईएसएल स्टील लिमिटेड प्रायरोरिटी लिस्ट की कृषि परियोजना है जिसे नाबार्ड के सहयोग से कार्यान्वित किया जा रहा है। ईएसएल स्टील लिमिटेड का सीएसआर विभाग कार्यान्वयन एजेंसी ग्रामीण सेवा संघ के साथ साझीदारी में प्रोजेक्ट बाडी की देखरेख और सूक्ष्म प्रबंधन करता है। इस परियोजना का उद्देश्य आदिवासी और महिला किसानों को उनकी खेती में कृषि और लिंग समावेशन को लागू करने में मदद करना है। जिससे बोकारो जिले के चास और चंदनकियारी ब्लॉक के 8 गांवों में 500 से अधिक आदिवासी किसान परिवार लाभान्वित होंगे। ईएसएल स्टील लिमिटेड के सीएसआर, ईआर और पीआर प्रमुख आशीष रंजन ने किसान दिवस के अवसर पर ईएसएल स्टील लिमिटेड के बाड़ी प्रोजेक्ट के बारे में कहा कि इस योजना से हमारे आसपास के गांवों में स्थानीय आदिवासी और महिला किसानों को लाभ पहुंचेगा। वे कृषि के छेत्र में और जागरूक होंगे व आत्मनिर्भर होंगे। वेदांता के द्वारा लाए गए योजनाओं से उनको स्थायी आजीविका मिलेगी। प्रोजेक्ट वाडी के द्वारा 500 आदिवासी किसान परिवार सशक्त बनाने और बंजर भूमि खेती योग्य भूमि में परिवर्तित होगा। जिससे फसलें उगेंगी और छेत्र और लोगों में समृद्धि आयेगी। इस पहल के माध्यम से, अपने सहयोगी एनजीओ, ग्रामीण सेवा ले संघ के बीच आशा के बीज बोते हैं। जिससे इन परिवारों के लिए आय और उज्जवल भविष्य दोनों सुनिश्चित होते हैं। सत्र के बाद आदिवासी किसानों ने ईएसएल के प्रयासों की सराहना की