छात्र संस्थान के सबसे महत्वपूर्ण हितधारक: डॉ जोसफ मारियानुस कुजूर
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): एक्सआईएसएस में 2023-25 बैच के लिए आयोजित ओरिएंटेशन-कम-इंडक्शन प्रोग्राम आठ दिनों के पश्चात् शुक्रवार को संपन्न हुआ। छात्रों ने इस बीच संस्थान के मिशन-विज़न, कार्यप्रणाली के साथ अपने कोर्स की बारीकियों को गहनता से समझा।
एक्सआईएसएस निदेशक डॉ जोसफ मारियानुस कुजुर एसजे ने आठ दिनों तक चले सत्र के संपन्न होने पर प्रत्येक छात्र को बधाई दी। इन्होने अपने संबोधन में उन्होंने एकता पर जोर दिया और सफलता हासिल करने के लिए सभी प्रोग्राम और छात्रों के बीच सामंजस्य बिठाने पर जोर दिया। उन्होंने एनईपी 2020, शिक्षा के लिए आवश्यक दृष्टिकोण और उच्च शिक्षा के रुझानों में बदलाव: अवसर और चुनौतियां के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि “छात्र, संस्थान के सबसे महत्वपूर्ण हितधारक हैं। आप में से हर कोई संस्थान के ब्रांड के लिए खड़ा है और उसका प्रतिनिधित्व करता है।” उन्होंने बदलाव के अनुरूप ढलने की जरूरत के बारे में भी बताया। उन्होंने छात्रों को अपने रोजमर्रा के जीवन में जेसुइट के नियमों को लागू करने के लिए प्रेरित किया जैसे, संदर्भ, अनुभव, प्रतिबिंब, कार्रवाई और मूल्यांकन।
एक्सआईएसएस के सहायक निदेशक डॉ प्रदीप केरकेट्टा एसजे ने छात्रों को इस नई यात्रा की शुरुआत के लिए शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने एक-दूसरे के प्रति सम्मान, जिम्मेदारी और संस्थान के मिशन और विजन के उद्देश्य पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आपको अपने उद्देश्य का एहसास तभी होगा जब आप कड़ी मेहनत करेंगे। अपनी आकांक्षाओं पर ध्यान केंद्रित रखें और आशावादी बनें।”
आठ दिनों तक चले इस कार्य्रकम के अंतिम दिन, डीन एकेडमिक्स डॉ अमर एरोन तिग्गा ने एक्सआईएसएस परिवार में छात्रों का स्वागत करते हुए प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने छात्रों को सक्रिय रुप से भाग लेने, मित्रता बनाने और नए अवसरों की तलाश करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने स्वास्थ्य का ध्यान रखने पर भी जोर दिया और जीत और हार का जश्न मनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने परिसर को प्लास्टिक मुक्त बनाने, एक्सआईएसएस की एक नई पहल के बारे में भी सभी को बताया।
इस कार्यक्रम में कार्यक्रम प्रमुख डॉ भास्कर भवानी, फाइनेंशियल मैनेजमेंट ने छात्रों से सकारात्मक विचार के साथ सीखने और सकारात्मक दृष्टिकोण रखने का आग्रह किया।
इस कार्यक्रम प्रमुख, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, डॉ श्यामल गोम्स ने ‘मैजिस’ के महत्व पर जोर दिया और छात्रों से सीखते रहने का आग्रह किया। उन्होंने 3 सी पर भी जोर दिया: सहयोग, संचार और सहयोग।
इस बीच मार्केटिंग मैनेजमेंट के प्रोग्राम प्रमुख डॉ भबानी प्रसाद महापात्रा ने इंडक्शन प्रोग्राम पर छात्रों की प्रतिक्रिया साझा की। उन्होंने कहा कि “हम सिर्फ टीम वर्क का उपदेश नहीं देते, हम इसे अमल में भी लाते हैं।”
ग्रामीण प्रबंधन के कार्यक्रम प्रमुख डॉ अनंत कुमार ने छात्रों से प्रतिबद्ध रहने और दूसरों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का आग्रह किया। उन्होंने विश्वास कायम करने, दयालु होने और सरल होने पर जोर दिया।
इस कार्यक्रम का समापन डॉ इंद्राणी घटक के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। बैच 2023-25 के नए शामिल छात्र अब 01 अगस्त से अपनी कक्षाएँ शुरु करेंगे।