धनबाद (खबर आजतक):- उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री संदीप सिंह की अध्यक्षता में आज दिनांक 08 अप्रैल 2023 को समाहरणालय सभागार में एमआर अभियान, जो कि 12 अप्रैल 2023 से शुरू हो रही है, उसके सफल क्रियान्वयन एवं शत प्रतिशत उपलब्धि हेतु जिला टास्क फोर्स की बैठक की गई।बैठक के दौरान ट्रेनिंग, form-1, माइक्रो प्लानिंग, सेशन प्लैनिंग, आईईसी की प्लानिंग की समीक्षा की गई। इस दौरान जो कुछ कमियां पाई गई उसे लेकर उपायुक्त ने कई दिशा निर्देश दिए।उपायुक्त ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और समाज कल्याण पदाधिकारी को अभियान के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं को दूर करने हेतु विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों की ओर से जागरूकता फैलाने हेतु रैली निकालने को निर्देशित किया। उन्होंने स्कूलों में पैरेंट्स टीचर मीटिंग करा कर अभिभावक को अभियान के प्रति जागरूकता सुनिश्चित करने को कहा।मिजिल्स रूबेला की गंभीरता को देखते हुए उपायुक्त ने सभी विद्यालयों को इस अभियान में सहयोग करने को कहा। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री भूतनाथ रजवार को निर्देशित किया कि जिन विद्यालयों से form-1 प्राप्त नही हुए हैं वैसे चिन्हित स्कूलों से 9 अप्रैल तक फॉर्म 1 प्राप्त करना सुनिश्चित करें।बैठक के दौरान वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के डॉक्टर अमित कुमार तिवारी ने पीपीटी के माध्यम से एमआर अभियान को लेकर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने प्रखंड स्तर पर तैयार किये गए माइक्रोप्लान, सेशन प्लैनिंग, आईईसी की प्लानिंग, कुल लक्ष्य आदि की जानकारी दी।इस दौरान सीएस डॉ आलोक विश्वकर्मा ने बताया कि खसरा एक जानलेवा रोग है। यह वायरस द्वारा फैलता है। इसके कारण बच्चों में दिव्यांगता तथा असमय मृत्यु हो सकती है। वहीं रूबैला भी एक संक्रामक रोग है। यह भी वायरस द्वारा फैलता है। इसके लक्षण खसरा रोग जैसे होते हैं। यह लड़के या लड़की दोनों को संक्रमित कर सकता है। यदि कोई महिला गर्भावस्था के शुरुआती चरण में इससे संक्रमित हो जाए तो कंजेनिटल रूबैला सिंड्रोम (सीआरएस) हो सकता है जो उसके भ्रूण तथा नवजात शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है।उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने इस वर्ष मिजिल्स रूबेला के उन्मूलन के लिए लक्ष्य निर्धारित किया है। यह अभियान अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह में शुरू होगा। जिसमें 9 महीने से लेकर 15 साल तक के जिले के लगभग आठ लाख से अधिक बच्चों का एमआर टीकाकरण निर्धारित है।उन्होंने कहा की खसरा रूबैला का टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। बच्चों को यह टीका एक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी द्वारा लगाया जाएगा।बैठक में उपायुक्त श्री संदीप सिंह, उप विकास आयुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह, सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा, जिला शिक्षा पदाधिकारी भूतनाथ रजवार, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के डॉक्टर अमित कुमार तिवारी, समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती स्नेहा कश्यप, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, एमओ समेत कई लोग मौजूद थें।