सावन की कजरी और मेघ मल्हार की सुरीली तान से विद्यार्थियों ने मन मोहा
समूहगान प्रतियोगिता के साथ डीपीएस बोकारो में सांस्कृतिक उत्सव ‘तरंग’ का समापन
बोकारो (ख़बर आजतक) : सावन की रिमझिम फुहारों के बीच शुक्रवार को डीपीएस बोकारो में चल रहे चार-दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव तरंग का सोल्लास समापन हो गया। इसकी अंतिम कड़ी में सावन थीम पर अंतर सदन समूहगान प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें विद्यालय के सभी छह सदनों के प्रतिभागियों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। अपने सुरों की बारिश में श्रोताओं को भिगोते हुए बाल संगीतकारों ने उत्तर प्रदेश, बिहार सहित देश के विभिन्न राज्यों में वर्षा ऋतु के स्वागत की पारंपरिकता को बखूबी प्रदर्शित किया। दादरा और कहरवा ताल पर सावन की कजरी और मेघ मल्हार की सुरीली तान छेड़कर उन्होंने सबकी भरपूर सराहना बटोरी।
इस श्रृंखला की शुरुआत जमुना हाउस के प्रतियोगियों ने बरसे ला मेघा जलधार हो… की मनभावन प्रस्तुति से की। इसके बाद क्रमशः रावी सदन की टीम ने घनन-घनन मेघा बरसे…, चेनाब टीम ने झूले तो पड़ गए…, झेलम सदन के विद्यार्थियों ने ओढनी सितारों की…, गंगा हाउस की टीम ने बागों में बहार… तथा सतलज हाउस की टीम ने कइसे खेलन जइबू सावन मा कजरिया, बदरिया घेरी आई सजनी… गाकर सावन की हरियाली, प्राकृतिक सौंदर्य और मस्ती को सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया। प्रतिभागियों के साथ हारमोनियम पर संगीत शिक्षक विक्की पाठक, तबले पर भास्कर रंजन डे एवं गिटार पर मृत्युंजॉय भट्टाचार्जी ने कुशल संगत की। सुर, ताल, लय, समय, परिधान और आपसी सामंजस्य को देखते हुए बेहतर प्रदर्शन के आधार पर सतलज एवं झेलम सदन को संयुक्त रूप से प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। दूसरे स्थान पर साझा तौर पर जमुना व रावी हाउस की टीमें रहीं, जबकि चेनाब और गंगा सदन संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। प्रतिभागियों की मनभावन रूप-सज्जा व परिधान के साथ-साथ मंच पर झूला, मोर और राधा-कृष्ण प्रेम की झलकियों ने कार्यक्रम की खूबसूरती में चार चांद लगा दिए।
इसके पूर्व, छात्राओं ने पुष्पगुच्छ भेंटकर तथा तिलक लगाकर प्राचार्य डॉ. एएस गंगवार एवं निर्णायकों का स्वागत किया। प्रतियोगिता की निर्णायक मंडली में विद्यालय के संगीत शिक्षक जयप्रकाश सिन्हा, स्वीटी अनिल कुमार एवं शुभोजीत मिश्रा शामिल रहे। प्राचार्य डॉ. गंगवार ने इस उत्सव की सफलता पर बधाई देते हुए संगीत की महत्ता रेखांकित की। कहा कि संगीत मानसिक व शारीरिक शांति का सबसे उत्तम माध्यम है। यह आनंद और प्रसन्नता देता है। उन्होंने समग्र विकास के लिए अधिकाधिक विद्यार्थियों को इस प्रकार के कार्यक्रमों में भाग लेने हेतु प्रेरित किया। निर्णायक मंडली के सदस्यों ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के आरंभ में स्वागत भाषण वाइस हेड गर्ल ईधा सिंह तथा अंत में धन्यवाद ज्ञापन सांस्कृतिक सचिव आयुष कुमार जायसवाल ने किया। जबकि, मंच संचालन मीनाक्षी तनु, आशना अग्रवाल, श्रेयसी गुप्ता एवं उज्ज्वल पांडेय ने किया।