नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): आरयू में शुक्रवार को चल रहे कर्मचारियों के आंदोलन को समर्थन देने पहुँचे वोकेशनल टीचर एसोसिएशन के पदाधिकारी। ज्ञात हो कि पिछले 16 दिनों से आरयू के कर्मचारियों का अपने वेतनमान के निर्धारण को लेकर पेन डाउन स्ट्राइक चल रहा है। विश्वविद्यालय एवं सरकार पर बार बार दबाव बनाने के बावजूद अब तक समाधान नहीं निकल पाया है। इस कारण से विद्यार्थी, परिजन और शिक्षक को कार्य समय पर नहीं हो पा रहा है।
इस दौरान वोकेशनल टीचर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अटल पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय अपना 64वाँ वार्षिकोत्सव मना रही परन्तु अब तक विश्वविद्यालय कर्मचारियों का वेतन निर्धारण नहीं होना हास्यास्पद है। इन कर्मचारियों का वेतन निर्धारण नहीं होने से हर कर्मचारी को लगभग 20 हजार का नुक़सान हर माह हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ देखें तो प्राध्यापकों को 7वाँ वेतनमान मिलना कब से प्रारंभ हो गया है। जब प्राध्यापकों का वेतन निर्धारण कर 7वाँ वेतनमान का लाभ दिया जा रहा तो फिर इन कर्मचारियों की क्या ग़लती है जो इन्हें इस तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है ? सरकार में बैठे लोगों की मंशा ठीक नहीं है, इन कर्मचारियों को कमजोर समझने की ग़लती न करें।
आरयू वोकेशनल टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष अवधेश ठाकुर ने कहा कि इन कर्मचारियों की पीड़ा हम अच्छी तरह समझ रहें हैं क्योंकि हम जैसे वोकेशनल टीचर का हाल और भी बुरा है। विश्वविद्यालय एवं सरकार अपने कर्मियों की सुध नहीं ले रहा जिस कारण समस्या और बढ़ती जा रही है। इन लोगों को बस हम सबसे काम चाहिए, हमारा हित नहीं सोचते।
इस मौके पर अखिल भारतीय विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के प्रदेश संयोजक नवीन चंचल ने वोकेशनल टीचर एसोसिएशन के लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि हम सबका साथ देने के लिए धन्यवाद। आप सबका सहयोग हमारी लड़ाई को मंजिल पर पहुँचाने का कार्य करेगा।
आरयू कर्मचारी महासंघ के महामंत्री अर्जुन राम ने कहा कि जब तक सभी कर्मचारियों का वेतन निर्धारण नहीं हो जाता हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
इस मौके पर कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, बिरेन्द्र वर्मा, जयदीप आरु, इ एन के कुजुर, जे आर मिंज, मंजेश गोप, मंजय प्रमाणिक, विजय वर्मा, मंजु हेमरोम, अन्नु कुमारी, सुनील कुमार, रोहिणी गाड़ी, सुधीर मंडल, कर्मवीर उराँव, अनिल पाण्डेय, कमलेश गोप, चंदन मिश्र आदि उपस्थित थे।