रिपोर्ट : रंजन वर्मा
कसमार (ख़बर आजतक) : बरलंगा-नेमरा- कसमार सड़क मार्ग का निर्माण कार्य बिना मुआवजा के जबरन किया जा रहा है। जिसका कसमार प्रखंड के गदा मौजा के स्थानीय रैयतो बड़ी मशक्कत से रोक यह कहते हुए लगाई है कि पहले मुआवजा दिया जाए फिर सड़क निर्माण कार्य शुरू किया जाय। वहीं सड़क निर्माण कम्पनी गंगा कंस्ट्रक्शन के जाने के बाद मुआवजा के लिए कर्मचारी का कहना है पहले दर-दर भटकना पड़ेगा, क्योंकि सड़क के लिए भूमि समतलीकरण इससे पहले भी बहादुरपुर- होने दिया जाए फिर पेमेंट किया खैराचातर – बंगाल सीमा सड़क की जाएगा। स्थानीय रैयत को डर है चौड़ीकरण का मुआवजा किसी उपजाऊ जमीन हाथ से निकल भी रैयत को नहीं मिला है।या मौजा के टिकेश्वर गोसाई और डाकेश्वर गोसाई पूर्व की नोटिस की कॉपी दिखाते हुए बताते हैं कि उनलोग का बगियारी मोड़ के प्लॉट संख्या 564 के 4 डिसमिस जमीन का मुआवजा बाकी है। आफिस का चक्कर लगा कर थक चुके हैं। खतियान आन्दोलनकारी इमाम सफी ने कहा सड़क निर्माण से क्षेत्र में विकास होगा, लेकिन पहले रैयतो को मुआवजा मिले और 75 प्रतिशत स्थानीय रैयतों को नियोजन मिले। फिर सड़क निर्माण कार्य शुरू किया जाय नहीं तो रैयतों का आन्दोलन तेज होगा।