कसमार (ख़बर आजतक): बुधवार को कसमार प्रखंड के प्लस टू उच्च विद्यालय, कसमार में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन व सहयोगिनी बोकारो द्वारा बाल विवाह रोकने को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कसमार प्रखंड प्रमुख नियोति कुमारी दे ने कहा कि बाल विवाह अभी भी समाज के लिए अभिशाप बना हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में आज के समय में भी लड़के और लड़की की शादी बहुत ही कम उम्र में हो रही है, जिससे उनकी जिंदगी बद से बदतर हो जाती है।
ऐसे में अब स्कूली स्तर पर इसके रोकथाम के लिए बच्चे और बच्चियों को जागरूक करके ही इस अभिशाप और कुरीति को खत्म किया जा सकता है। कार्यक्रम के माध्यम से स्कूली बच्चों व मौजूद जनप्रतिनिधियों को बाल विवाह रोकथाम को लेकर जागरूक किया गया,और लड़के और लड़की की कम उम्र में शादी ना करने को लेकर शपथ ग्रहण करते हुए आग्रह नाबालिग अवस्था में शादी नहीं करने की बात कही। जिप सदस्य अमरदीप महाराज ने कहा कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत शादी के लिए लड़की की उम्र 18 साल और लड़के की उम्र 21 साल निर्धारित है, लेकिन आज भी समाज में बाल विवाह किया जा रहा है, जो एक कानूनी अपराध है। बाल विवाह जैसे अपराध को रोकने के लिए सामाजिक जागरूकता और विद्यालय में जागरूकता अभियान चलाकर ही इसे खत्म किया जा सकता है। कार्यक्रम में मुखिया गीता देवी, पंसस वर्षा देवी,प्राचार्य फारुख अंसारी, अवनीश कुमार झा, महाकांत कुमार, अंबुज कुमार महतो सहित अन्य लोग मौजूद थे।