डिजिटल डेस्क
बोकारो (ख़बर आजतक) : समाहरणालय स्थित सभागार में सोमवार को उप विकास आयुक्त गिरिजा शंकर प्रसाद की अध्यक्षता में जिला स्तरीय साख समिति (डीएलसीसी) एवं जिला स्तरीय समीक्षा समिति (डीएलआरसी) की बैठक हुई। मौके पर विधायक बोकारो श्वेता सिंह, डीपीएलआर श्रीमती मेनका, एजीएम आरबीआइ सुश्री हर्षिता एस., एलडीएम श्री आबीद हुसैन, डीडीएम नाबार्ड फिलेमन बिलांग आदि उपस्थित थे। बैठक में विभिन्न बैंकों के बैंक समन्वयक एवं अन्य अधिकारी शामिल थे। मौक़े पर उप विकास आयुक्त ने वित्तीय वर्ष 2024 – 25 सितंबर की योजनावार उपलब्धि की जानकारी ली। उन्होंने विभिन्न बैंकों के समन्वयकों को जरूरी दिशा – निर्देश दिया। उन्होंने पिछली बैठक में दिये निर्देशों के अनुपालन की क्रमवार एलडीएम से जानकारी ली।
इस क्रम में बैंकों द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) का आवेदन सृजन नहीं करने पर नाराजगी जताई। 24 बैंकों में से मात्र 02 बैंकों द्वारा ही केसीसी के 50 फीसदी लक्ष्य को प्राप्त किया गया था। जबकि, 22 बैंकों का प्रदर्शन लक्ष्य अनुरूप नहीं था। इस पर उन्होंने *सभी बैंकों को किसान गोष्ठी का आयोजन करते हुए केसीसी का आवेदन सृजित कर स्वीकृत करने का निर्देश दिया। मौके पर उपस्थित विधायक बोकारो श्रीमती श्वेता सिंह ने सरकार के उद्देश्य को पूरा करने में बैंकों को सहयोग करने को कहा। कहा कि वह सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ लोगों को ससमय मिले इसके लिए फोकस करने को कहा, अपना होमवर्क करते हुए बैंक सरकार की अपेक्षाओं पर खड़ा उतरें। उन्होंने टीम भावना से काम करते हुए परिणाम प्रस्तुत करने की बात कहीं। समीक्षा क्रम में, जिले में संचालित कुछ बैंकों का साख अनुपात (क्रेडिट रेसियो) संतोषजनक नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कई बैंकों को इसमें सुधार लाने को लेकर आगे की रणनीति/योजना पर चर्चा की और अविलंब प्रदर्शन में सुधार लाने को कहा। कहा कि बैंकों का साख अनुपात 40 फीसदी से कम नहीं हो, इसी लक्ष्य के अनुरूप सभी को योजनाबद्ध काम करना है। वहीं, एनपीए को कम करने के लिए बैंकों को सक्रिय होकर रणनीति बनाकर काम करने को कहा। एडुकेशन लोन (शिक्षा ऋण) के लिए विभिन्न स्कूलों/कालेजों में सेमिनार आयोजित कर छात्रों को जागरूक करने को कहा, ऋण लेने की आहर्ता- ब्याज दर आदि के संबंध में बताने को कहा।