8 अप्रैल को राँची बंद करेगी केंद्रीय सरना समिति
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): केंद्रीय सरना समिति की बैठक बुधवार को केंद्रीय कार्यालय 13. आर आई टी बिल्डिंग कचहरी परिसर में हुई। इस बैठक की अध्यक्षता समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने किया। इस बैठक में सरना झंडा को अपमानित कर आदिवासियों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने पर चर्चा हुई। केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि आज आदिवासियों की धर्म संस्कृति पर चौतरफा हमला किया जा रहा है। सरना झंडा को असामाजिक तत्वों द्वारा उखाड़कर फेक दिया जा रहा है तो कहीं जला दिया जा रहा है। बीते दिनों आदिवासी सरहुल पर्व धूमधाम से मनाया एवं सरना झण्डा चारों ओर लहरा रहा था परन्तु असामाजिक तत्वों द्वारा षड्यंत्र के तहत सरना झंडा को कहीं जलाया जा रहा था तो कहीं उखाड़कर फेका जा रहा था।
पहला मामला लोअर करमटोली डॉ एसएन यादव के सामने, दूसरा मामला नगड़ी प्रखंड के ग्राम चेटे, तीसरा मामला ठाकुर गाँव और चौथा मामला हजारीबाग का है। सरना झंडा आदिवासियों की परंपरा संस्कृति और एकजुटता का प्रतीक चिन्ह है और ऐसे में सरना झंडा को अपमानित करना आदिवासियों की भावनाओं को ठेस पहुँचाना है। सरना झंडा के अपमान से आदिवासी समाज काफी आहत हैं एवं आदिवासी समाज काफी आक्रोश में है और इसको लेकर 8 अप्रैल को पहानो के द्वारा घोषित राँची बंद का केंद्रीय सरना समिति समर्थन करती है।
इस मौके पर केंद्रीय सरना समिति के संरक्षक भुनेश्वर लोहरा, उपाध्यक्ष प्रमोद एक्का, सचिव विनय उराँव, पंचम तिर्की, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद उपाध्यक्ष बना मुण्डा, विमल कच्छप आदि शामिल थे।