नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): करम पूजा महोत्सव को लेकर रविवार को केंद्रीय सरना समिति एवं अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद् केंद्रीय कार्यालय में 13 आर आई टी बिल्डिंग कचहरी परिषद के द्वारा करम पूजा महोत्सव शांतिपूर्ण एवं भव्य रुप से मनाने को लेकर दिशा निर्देश जारी किया गया :-
करम पूजा अखाड़ा में पाहनो के द्वारा पूरे विधि विधान के साथ रंगुआ चरका मुर्गी का बलि देकर करें।
पूजा में पारंपरिक वेशभुषा लाल पाड़ साड़ी एवं धोती गंजी में शामिल हो।
पूजा से पूर्व जावा फूल का प्रयोग न करें।
शराब पीकर अखाड़े में प्रवेश न करें साथ ही जूता चप्पल अखाड़े के बाहर खोलकर प्रवेश करें।
करम डाल काटते समय पूरे विधि विधान का ख्याल रखें, पारंपरिक वाद्य यंत्र ढोल नगाड़ा मांदर आदि के साथ नृत्य संगीत करें, आधुनिक गीत संगीत डीजे का प्रयोग न करें, साथ ही समिति सरकार से माँग करती है कि पूजा के समय शहर में बड़ी छोटी वाहनों का प्रवेश वर्जित करें। प्रत्येक अखाड़े में साफ सफाई कर ब्लीचिंग पाउडर की छिड़काव किया जाए।
पूजा के दिन निर्बाध बिजली आपूर्ति की जाए, पानी टैंकर एवं शौचालय की समुचित व्यवस्था की जाए।
इस दौरान अखडों की साफ सफाई कराई जाए।
शहर में आकर्षक विद्युत सज्जा किया जाए।
विभिन्न स्थानों पर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति किया जाए प्रत्येक अखाड़े में पुरुष एवं महिला सुरक्षा बलों की तैनाती किया जाए।
इस मौके पर केंद्रीय सरना समिति केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की, महासचिव संजय तिर्की, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष सत्यनारायण लकड़ा, लोहरदगा विनय उराँव, सहाय तिर्की, विमल कच्छप, बाना मुंडा, भुनेश्वर लोहरा शामिल थे।