जल, जंगल, जमीन हेतू लड़नी होगी भगवान बिरसा की तर्ज पर लड़ाई: फूलचंद तिर्की
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर बुधवार को केंद्रीय सरना समिति एवं अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के प्रतिनिधिमंडल कोकर टुंकी टोली से पदयात्रा कर ढोल ढाक मांदर के साथ भगवान बिरसा मुंडा समाधि स्थल पहुँचे एवं भगवान बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने जल, जंगल, जमीन की लड़ाई लड़ी अंग्रेजो एवं शोषण और अत्याचार के विरुद्ध भी लड़ाई लड़ी। धरती आबा बिरसा मुंडा ने 25 वर्ष की उम्र में ही समाज बचाने के लिए अपनी प्राणों की आहुति दे दी। केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि हमें भगवान बिरसा मुंडा के तर्ज पर लड़ाई लड़कर जल, जंगल, जमीन बचानी होगी।
इस मौके पर केंद्रीय सरना समिति के महासचिव संजय तिर्की, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष सत्यनारायण लकड़ा, बाना मुंडा, भुवनेश्वर लोहरा, विनोद भगत, सोनी हेंब्रोम, सुखवरो उराँव, सीमा तिर्की, किशन जी शामिल थे।