जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रमोद राम बिना कारण मज़दूरों को कर रहे हैं प्रताड़ित: संतोष सोनी
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): मोटिया मजदूर संघ के केंद्रीय अध्यक्ष संतोष सोनी ने कहा कि जिला के सभी गोदाम में कार्यरत मजदूर लगभग 15 से 20 वर्षों से काम करते चले आ रहे हैं। कोरोना में बिना छुट्टी ले हुए सभी मजदूर अपनी जान की परवाह किए बगैर काम किए लेकिन अभी डोर स्टेप डिलीवरी का टेंडर होते ही जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रमोद राम के मन में लालच बैठ गया और जिस दिन सभी ठेकेदारों के समक्ष ₹6.18 पैसे प्रति बोरा तय हुआ। उसके दूसरे ही दिन प्रमोद राम ने मजदूरों से ₹6 .18 पैसा में ₹1 अपना कमीशन की माँग करने लगे जो मजदूरों से स्वीकारा गया और मजदूर देने से इंकार कर गए। इसके बाद प्रमोद राम इसे अपना ईगो बना लिए और मजदूरों को हटाने पर तुल गए। सीमेंट गोदाम में काम करने वाले मजदूर को बुलाकर छुट्टी के दिन माल खाली कराने लगे। इसी तरीके से सतगामा में भी मजदूर को हटा दिए, जब उन लोगों ने आंदोलन किया तो उन्हें फिर वापस रखा गया। यहाँ तक की मजदूरों का नेतृत्व कर रहे इंटर के राष्ट्रीय सचिव एवं राष्ट्रीय खाद आपूर्ति मजदूर संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार सोनी एवं जिला के दो तीन मजदूरों के ऊपर गलत तरीके से मुकदमा भी दायर कर दिए, जो बिल्कुल ही गलत है। यहाँ पर प्रमोद राम ने मुकदमा में दायर किया है कि मजदूरों के साथ मारपीट की गई जो हुआ ही नहीं जिसका साक्ष्य हमलोगों के पास है और उन्होंने आरोप लगाया है कि रंगदारी का तो एक मजदूर किसी पदाधिकारी से क्या रंगदारी कर सकते हैं। हमलोगों को उचित न्याय चाहिए यदि हमें उचित न्याय नहीं दिया गया तो हमलोग चरणबद्ध आंदोलन करेंगे और यथावत धरना पर बैठे रहेंगे।
विदित हो कि यह सभी मजदूर विगत 24 घंटे से धरने पर बैठे हैं। इस दौरान उन्होने कहा कि हमलोग अपने पसीने की कमाई से किसी को कमीशन दें, यह कैसे हो सकता है ? जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रमोद राम एक घटिया सोच का परिचय दिए हैं जिसका उन्होने विरोध किया है।