नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): खिली धूप में मोरहाबादी में लगे खादी मेला घूमने का उत्साह बढ़ता जा रहा है। न कनकनी की परवाह न गिरते पारा की। खादी मेला 10:30 बजते ही गुलजार हो जा रहा है और रात 9बजे तक मेले घूमने वालों की भीड़ उमड़ रही है। इस दौरान मंगलवार को भी काफी भीड़ रही। सभी दोस्त व सपरिवार लोग खरीदारी करने पहुँचे रहे हैं, वहीं व्यवसायियों के अनुसार मेला में अच्छी बिक्री है। ऐप्लिक बेडशीट, चादर, टेबल क्लाथ, साड़ी, कुशन, स्टाल, कुशन, रोटी कवर, फ्रीज का स्टैंड कवर, पर्स, कुर्ता, जूट का बैग, फोल्डर फाइल, फ्रीज कवर, एप्रोन, कुर्ता, जैकेट के साथ पलास प्रोडक्ट आदि खुब हुई बिक्री।
खादी पलास के साथ कई राज्यों के समान
खादी मेले में पलाश के उत्पाद ₹30 तो खादी के बैग 120 में मिल रहे है, खादी की सिल्क साड़ी ₹4000 से सूरु है। व्यापारियों ने बताया कि चादर ₹13500, बंडी ₹750, सिधी कुर्ता ₹750, कारपेट ₹1600, रजाई ₹2200, सहारनपुर की फर्नीचर ₹600 से शुरु, मडवा लड्डू ₹180 कश्मीरी शाल ₹800 गुजराती साड़ियाँ ₹1500 तो वही पंजाबी जूती ₹500 बिक रही है।
फैशन शो में दिखा खादी की झलक
इस महोत्सव में भगवान बिरसा मुण्डा सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें स्थानीय कलाकारों के अलावा देवघर की अनन्या भारद्वाज ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा। “लग जा गले” की फिर यह रात न हो गीत गाकर खूब वाहवाही लूटी।” वहीं शहर की गायिका सुषमा नाग ने नागपुरी गीत गाकर लोगों को झूमाया तो वही सरायकेला से आए कलाकारों ने छऊ नृत्य की प्रस्तुति दी।
इस दौरान फैशन शो में खादी फेब्रिक को दिखया गया रैंप वाक पर जब मॉडल्स खादी के कपड़ो में उतरे तो देखने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। खादी फ़ैशन शो हमेशा से महोत्सव में आकर्षण का केंद्र रहा है, जहाँ खादी के परिधानों को शोकेस किया जाता है।