मलेशिया में फंसे मजदूर 20 दिसंबर तक लौटेंगे झारखंड, अभी हैं भारतीय दूतावास में
गोमिया (प्रशांत अम्बष्ठ) : गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के सकारात्मक और निरंतर प्रयास से मलेशिया में फंसे 61 मजदूरों की देश वापसी का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इन 61 मजदूरों में 52 झारखंड के हैं। सभी मजदूर 11 से 20 दिसंबर तक झारखंड आ जाएंगे। यह सभी मजदूर जुलाई, 2023 से मलेशिया में फंसे हुए हैं। वर्तमान में सभी मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर स्थित भारतीय दूतावास में शरण लिए हुए हैं। सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने मलेशिया में फंसे इन मजदूरों का मामला 3 दिसंबर को संसद में रखा।
इस पर भारत सरकार की ओर से बताया गया कि सभी मजदूरों को भारतीय दूतावास में रखा गया है। कुछ कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इसके बाद तय तिथि पर इन मजदूरों को देश वापस लाया जाएगा। सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी इन मजदूरों की वतन वापसी को लेकर पिछले कई मौके पर विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा। उनसे मिले। विदेश मंत्रालय के अधिकारी व केंद्र सरकार के आला अधिकारियों से संपर्क व संवाद रखकर उनकी वापासी मार्ग परस्त किया झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के 7, बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड के 18, हजारीबाग जिले के टाटी झरिया प्रखंड के 27 व बिष्णुगढ़ प्रखंड के 11 मजदूर फंसे हुए थे। शेष मजदूर उड़ीसा, उत्तर प्रदेश व तेलंगाना राज्य के हैं। मलेशिया में फंसे बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत छोटकी सीधावारा निवासी गणेश कुमार महतो ने बताया कि जब से हम लोग यहां पर आए हैं, तब से ही हम सबों पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा। स्थिति यह रही कि वेतन तो मिलना दूर भोजन के भी लाले पड़ गए। इलाज के लिए भी तरसना पड़ा है। भांति-भांति की धमकियां सहनी पड़ी है। स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई।
श्री महतो ने बताया कि किसी तरह से मजदूरों ने गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी को अपनी दशा को उनके समक्ष पहुंचाया। देश वापसी कराने की गुहार लगायी। उनके प्रयास का प्रतिफल है कि हम सब फिलहाल भारतीय दूतावास में ठहरे हुए हैं। कुछ प्रक्रियाओं से हम सब को गुजरना पड़ रहा है। शीघ्र ही अपने देश लौटेंगे।