बोकारो (ख़बर आजतक) : बिहार के प्रसिद्ध जादूगर शंकर सम्राट अपने नए जादू शो का आयोजन चास के चंद्र टॉकीज में बुधवार 25 सितंबर से करने जा रहे हैं। उद्घाटन समारोह शाम को होगा, इस शो में दर्शक अद्वितीय जादू के प्रदर्शन का आनंद लेंगे, जो न केवल मनोरंजन का साधन होगा, बल्कि भारत की लुप्त होती कला को पुनर्जीवित करने का प्रतीक भी बनेगा।
शंकर सम्राट का उद्देश्य जादू के माध्यम से समाज में फैले अंधविश्वास को खत्म करना और लोगों को तंत्र-मंत्र के झूठे जाल से बचाना है। उनका मानना कि जादू एक विज्ञान पर आधारित कला है, जिसे अंधविश्वास से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। शंकर सम्राट को 21 वर्षों का जादू का अनुभव है, और उन्होंने बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में 10,000 से अधिक शो किए हैं। उनका कहना है कि जादू चौसठ कलाओं में से एक प्रमुख कला है, जिसे भारत में विशेष सम्मान प्राप्त है, और इसे बचाने की आवश्यकता है।
शंकर सम्राट इस बार अपने शो में मल्टीमीडिया इफेक्ट्स के साथ कई अनोखे जादू के आइटम पेश करेंगे। शो की खास प्रस्तुतियों में ‘अमेरिका का लाइव टीवी’, ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी का गायब होना’, ‘चलते पंखे से इंसान का आर-पार होना’, और ‘आरा मशीन से लड़के के दो टुकड़े’ शामिल होंगे। इसके अलावा, ‘मिस्त्र की
प्रेम कहानी’, ‘जापानी भूतों का डांस’, और ‘इच्छाधारी नागिन’ जैसी सांस्कृतिक और मनोरंजक प्रस्तुतियाँ भी होंगी, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शंकर सम्राट ने एक विशेष अपील करते हुए कहा कि जादू की यह लुप्त होती कला, जो कभी भारत की धरोहर थी, आज समाप्त होने के कगार पर है। इसे बचाने के लिए समाज, प्रशासन और व्यावसायिक वर्ग का सहयोग जरूरी है।
शंकर सम्राट का यह शो न केवल एक मनोरंजन कार्यक्रम होगा, बल्कि उनके प्रयासों के तहत समाज में जागरूकता फैलाने का एक माध्यम भी बनेगा। उनका उद्देश्य लोगों को यह समझाना है कि जादू एक विज्ञान आधारित कला है और तंत्र-मंत्र के भ्रम से बाहर आने की जरूरत है।