झारखण्ड धार्मिक बोकारो

चिन्मय विद्यालय में गुरु पूर्णिमा पर पादुका पूजन, स्वामिनी संयुक्तानंदा जी ने बताया गुरु का महत्व


बोकारो (ख़बर आजतक) : गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर चिन्मय विद्यालय, बोकारो के तपोवन सभागार में भव्य पादुका पूजन समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन में चिन्मय मिशन के संस्थापक परम् पूज्य स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती जी की पवित्र पादुकाओं की विधिपूर्वक पूजा की गई।

कार्यक्रम की शुरुआत भगवान वेदव्यास जी के जन्मदिवस की स्मृति में की गई, जिन्होंने सैकड़ों धर्म ग्रंथों की रचना कर समाज को धर्म और नीति का मार्ग दिखाया। परंपरा के अनुसार पूरे विश्व में इस दिन गुरु की पूजा की जाती है, और उसी परंपरा को निभाते हुए आज विद्यालय में यह आयोजन सम्पन्न हुआ।

पूजन का नेतृत्व चिन्मय मिशन बोकारो की आवासीय आचार्या परम् पूज्या स्वामिनी संयुक्तानंद सरस्वती जी ने विधिविधान के साथ किया। कार्यक्रम में विद्यालय के अध्यक्ष विश्वरूप मुखोपाध्याय, सचिव महेश त्रिपाठी, प्राचार्य सूरज शर्मा समेत कई गणमान्यजनों ने भाग लिया। इस दौरान गुरुदेव के 108 नामों का मंत्रोच्चारण कर वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया गया।

स्वामिनी जी ने अपने प्रवचन में गुरु के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “गुरु जीवन का वह प्रकाश स्रोत हैं, जो अज्ञान के अंधकार को दूर कर ज्ञान का दीप जलाते हैं। गुरु बिना जीवन की कल्पना अधूरी है।” उन्होंने यह भी बताया कि जीवन के हर चरण में गुरु किसी न किसी रूप में मार्गदर्शक बनकर उपस्थित रहते हैं।

इस अवसर पर भगवद्गीता के श्लोकों का पाठ किया गया, जिससे पूरे वातावरण में भक्ति और संस्कार का भाव प्रकट हुआ। कार्यक्रम में विद्यालय के कोषाध्यक्ष आर. एन. मल्लिक, उप प्राचार्य नरमेंद्र कुमार, हेड मास्टर गोपालचंद मुंशी, शिक्षकों और कक्षा 6 के छात्र-छात्राओं सहित मिशन के सदस्यों ने भी श्रद्धा पूर्वक भाग लिया।

पूरे आयोजन ने विद्यार्थियों एवं उपस्थित लोगों को गुरु के प्रति श्रद्धा और कृतज्ञता से ओतप्रोत कर दिया।


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