बोकारो (ख़बर आजतक) : बोकारो जिला कांग्रेस अध्यक्ष उमेश प्रसाद गुप्ता कि अध्यक्षता में बोकारो जिला मुख्यालय स्थित स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया कि मुख्य शाखा के सामने विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित कर भाजपा सरकार और स्टेट बैंक के बीच मिली भगत को उजागर किया गया मौक़े पर श्री गुप्ता जी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 15 फरवरी, 2024 को इलेक्टोरल बॉन्ड बैन करते हुए कहा था कि लोकतंत्र में किसने, किस पार्टी को, कितना पैसा दिया- यह सच जानने का हक जनता को है।
▪️ सुप्रीम कोर्ट ने SBI को आदेश दिया था कि 6 मार्च तक इलेक्टोरल बॉन्ड डोनर के नाम सार्वजनिक किए जाएं और चुनाव आयोग के साथ साझा किए जाए।
▪️अब SBI ने सुप्रीम कोर्ट से 30 जून तक का वक्त मांगा है, क्योंकि वो इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा देने में असमर्थ है।
▪️ विडंबना देखिए कि डिजिटल बैंकिंग के युग में कंप्यूटर की एक क्लिक पर 22,217 इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा निकालने के लिए SBI को 5 महीने चाहिए!
▪️ ये वही SBI है, जिसके 48 करोड़ बैंक अकाउंट हैं। जिसके देश में करीब 66,000 ATM हैं और लगभग 23,000 ब्रांच हैं।
▪️पिछले वित्तीय वर्ष के अंत तक करीब 12 हजार करोड़ रुपए इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से राजनीतिक पार्टियों को मिले।
▪️जिसमें सिर्फ BJP को करीब 6500 करोड़ रुपए मिले।
BJP परेशान थी कि अगर चंदा देने वालों के नाम सार्वजनिक हो गए तो पता चल जाएगा कि उनका कौन सा मित्र कितना पैसा दे रहा था और क्यों दे रहा था।
एक रिपोर्ट के अनुसार 30 कंपनियों ने BJP को करीब ₹335 करोड़ का चंदा दिया था, जिनके ऊपर 2018 से 2023 के बीच एजेंसियों की कार्रवाई हुई थी। इनमें से 23 कंपनियां ऐसी थीं, जिन्होंने पहले कभी किसी भी राजनितिक पार्टी को चंदा नहीं दिया था।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिले के वरिष्ठ कोंग्रेसी रास नारायण सिंह, अशोक मिश्रा, हाजी अब्दुल मलिक अंसारी, कमरुल हसन, नागेंद्र चौधरी,बनमाली बाउरी,शाहिद रज़ा अमानत रफीक , डॉ इंद्रदेव प्रसाद, सुधीर जायसवाल,आफताब आलम,प्रेम पासवान,नज़ीर आलम,उमर अली अंसारी, ऐ के सुल्तान, अशोक सिंह,जियाउल अंसारी,रणधीर कुमार, जीतेन्द्र कुमार,प्रेम राय, महेन्द्र ठाकुर, मो. काशिम मौजूद थे