नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): व्यापारियों के आपसी व्यापारिक विवादों के सरल समाधान के उद्देश्य से झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा शनिवार को झारखण्ड के पूर्व महाधिवक्ता अजीत कुमार और झारखण्ड उच्च न्यायालय के वरीय अधिवक्ता राजीव शर्मा के द्वारा चैंबर भवन में मध्यस्थता केंद्र का शुभारंभ कराया गया। इस मौके पर युवा सदन के सैकड़ों युवा अधिवक्ता उपस्थित थे तथा उन्होंने झारखण्ड चैंबर के इस प्रयास की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में व्यापारिक लेन-देन के विवाद भी बड़ी संख्या में बढ़े हैं। ऐसे में इन मामलों का निपटारा आपसी समझौते के तहत सुखद तरीके से हो, इसलिए झारखण्ड चैंबर द्वारा मिडिएशन सेंटर शुरु किया गया है। हमें विश्वास है कि व्यापारी बंधु इस सुविधा का अधिकाधिक लाभ लेंगे। महासचिव डॉ. अभिषेक रामाधीन ने कहा कि व्यापारियों को मध्यस्थता केंद्र का रास्ता अपनाने के लिए जागरूक किया जायेगा।
झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स के मिडिएशन उप समिति के चेयरमेन गिरीश मल्होत्रा और सीए अशोक साबू ने संयुक्त रूप से कहा कि व्यापारियों के बीच लेन-देन को लेकर चल रहे विवाद को मिडिएशन सेंटर के जरिये लाया जा सकेगा। हमारा प्रयास होगा कि मित्रवत् माहौल में व्यापारिक लेन-देन के विवाद का समाधान कराया जा सके। आर्बिट्रेशन के जरिए निर्णय लेने में किसी भी पक्ष के साथ अन्याय नहीं हो इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा।
इस दौरान पूर्व अध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि देशभर में न्याय की प्रक्रिया काफी लंबी और खर्चीली होती जा रही है। ऐसे में झारखण्ड चैंबर द्वारा यह सुविधा विकसित किया जाना व्यापारियों के लिए लाभदायक होगा तथा मध्यस्थता से इन दोनों की बचत होगी। उन्होंने यह भी कहा कि चैंबर के पास केवल व्यापारिक लेन-देन के मामले ही नहीं, पारिवारिक विवाद से जुड़े मामले भी आते हैं, जिसका निराकरण भी कराया जाता रहा है। उन्होंने मिडिएशन उप समिति के इस प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि वार्ता और मध्यस्थता के जरिये ऐसे मिशाल कायम किये जायें जिससे व्यापारियों के 50 फीसदी विवाद का समाधान इसी मंच से हो सके।
चैंबर के सह सचिव रोहित पोद्दार ने अतिथियों को सम्मानित करते हुए सभी चैंबर सदस्यों से इस केंद्र का अधिकाधिक लाभ लेने की अपील की और कहा कि सदस्य अपने व्यापारिक लेन-देन के विवाद को चैंबर मे अवश्य प्रेषित करें।
मिडिएशन सेंटर के उद्घाटनकर्ता झारखण्ड के पूर्व महाधिवक्ता अजीत कुमार और झारखण्ड उच्च न्यायालय के वरीय अधिवक्ता राजीव शर्मा ने झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स के इस प्रयास की सराहना की और मध्यस्थों को प्रभावी ढंग से प्रशिक्षित करने की आवश्यकता पर विस्तार से बताया। इस दौरान गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों ने आशा व्यक्त की कि इस मध्यस्थता केंद्र की स्थापना वैकल्पिक विवाद निवारण तंत्र के उद्देश्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी।
इस मौके पर चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री, उपाध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा, अमित शर्मा, महासचिव डॉ अभिषेक रामाधीन, सह सचिव रोहित पोद्दार, शैलेश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष सुनिल केडिया, इंडियन सोसायटी फॉर इंटरनेशनल लॉ के सेक्रेटरी जेनरल शिखर रंजन, बीएसएनएल के जीएम यूपी शाह, एनयूएसआरएल के प्रोफेशर डॉ सुबीर कुमार, असिसटेंट प्रोफेशर डॉ. गुंजन दूबे, आईसीएफएआई यूनिवर्सिटी के एचओडी डॉ आलोक कुमार, युवा सदन की ओर से आकाश पाण्डेय, गौरव पांडेय, अयुश वर्मा, आस्था मेहरा, कृषाणु आनंद, सदस्य श्रवण कुमार, आनंद जालान, राजीव चौधरी, किशन अग्रवाल, श्रीवांश श्रीवास्तव, कृष्णा आनंद, दानिश अख्तर, डॉ. एस सदाब हसन के अलावा युवा सदन आदि उपस्थित थे।