समिति ने धूमधाम से मनायी भगवान बिरसा मुंडा की 148वीं जयंती सह झारखंड राज्य स्थापना दिवस
डिजिटल डेस्क
बोकारो (ख़बर आजतक) : भगवान बिरसा मुंडा जयंती समारोह समिति द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की 148वीं जयंती सह झारखंड राज्य स्थापना की 23वीं वर्षगांठ बुधवार को धूमधाम से मनायी गयी। मुंडा समाज से पाहन जर्मन मुडा, संताल समाज से नायके जगरनाथ मुर्मू, उरांव समाज से पाहन सुभाष उरांव एवं हो समाज से दियूरी गंगाधर पूर्ती ने आदिवासी रीति रिवाज से पूजा अर्चना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष योगो पूर्ति ने की। इस दौरान बिरसा चौक स्थित भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर सूबे के मंत्री बेबी देवी, बेरमो विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह, डीसी कुलदीप चौधरी, डीडीसी कीर्तीश्री, एसपी प्रियदर्शी आलोक, अनुमंडल पदाधिकारी चास दिलीप प्रताप सिंह शेखावत सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों एवं समिति के सदस्यों ने माल्यार्पण करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। इस पूर्व समिति के अध्यक्ष ने सभी अतिथियों का स्वागत गुलदस्ता देकर किया। समिति के अध्यक्ष योगो पुर्ति ने बताया कि बीते 47 वर्षाें से समिति द्वारा नयामोड़ स्थित बिरसा मुंडा प्रतिमा स्थल पर भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मना रही है। मौके पर समिति के सचिव महेश मुंडा, कोषाध्यक्ष संजय गांगराई, उपाध्यक्ष रामदयाल सिंह, संजु सामता, रेंगो बिरूवा, झरीलाल पात्रा, फुलचंद्र एक्का, चंद्र कुमार सिंह मुंडा, राजकुमार सोरेन, रूपलाल मांझी, किशोर किस्कु, सुनील कुमार टुडू, चंद्रकात पूर्ती, ओमप्रकाश खलखो, गोविंद टुडू, गोपाल कृष्णा सांडिल, पान बाबू सोरेन, विजय एक्का, दिनेश बेसरा, आकाश समाड, संजीव कुमार आदि उपस्थित थे।
एक दूसरे का हाथ पकड़कर लिया संकल्प
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में समिति के सदस्य राजकुमार गोराई के नेतृत्व में संकल्प सभा का आयोजन किया। उपस्थित सभी लोगों ने बिरसा मुंडा प्रतिमा स्थल गोलंबर में एक दूसरे का हाथ पकड़कर जल, जंगल और जमीन की रक्षा, अपनी भाषा संस्कृति-रीति रिवाज को अक्षुण्ण रखने, सीएनटी-एसपीटी एक्ट को सख्ती से लागू करवाने, वीर बिरसा, सिद्धों कान्हु, चांद भैरो, फूलो झानों के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। इस दौरान धानसिंह मुंडारी, स्व. करम सिंह संडील के आजीवन सहयोग एवं अन्य समिति से जुड़े पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के लिए दो मिनट का मौन सभा रखा गया। अतिथियों द्वारा विभिन्न सरना स्थल एवं जाहेर थान के नायके बाबा, मांझी हड़ाम, पाहन और दियुरी को सम्मानित किया गया।
विभिन्न जगहों से आदिवासी समुदाय जुलूस की शक्ल में पहुंचे बिरसा चौक