राँची (ख़बर आजतक) : झारखंड के गव्य विकास निदेशक अपनी पत्नी और माँ के नाम से ऊर्जा विभाग मे कर रहे है ठेकेदारी मेसर्स जनता ईलेक्ट्रिकलस के नाम पर जिसकी जांच कराए मुख्यमंत्री एवं पशुपालन मंत्री, उपरोक्त बातें आज झारखंडी सूचना अधिकार मंच के केन्द्रीय अध्यक्ष सह आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केन्द्रीय उपाध्यक्ष विजय शंकर नायक ने कही l इन्होंने यह भी कहा है कि गव्य विकास निदेशक झारखण्ड के
पिता नसीम अख्तर के मृत्यु उपरांत उन्होंने फर्जी हस्ताक्षर कर माँ एवम पत्नी को बनाया पार्टनर जिसकी फॉरेंसिक लेबोरेट्री से हस्ताक्षर की जांच कराए जाय ताकि इनका भंडाफोड़ हो सके l
श्री नायक ने आगे कहा कि इनके अवैध काले कारनामों के खिलाफ स्थानीय अखबारो ने 2023 को प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था तब ऊर्जा विभाग ने परिजनों के नाम बने लाइसेंस को रद्द करने हेतु मुख्य l अभियंता अगम प्रसाद को पत्र लिख कर मेसर्स जनता इलेक्ट्रिकल के लाइसेंस को रद्द किया जाय एवं उनके द्वारा डाले गए निविदा को निरस्त का आदेश पूर्ववर्ती उप सचिव विनोद एक्का ने दिया था उस समय गव्य निदेशक वित्त विभाग में पदस्थापित थे l
श्री नायक ने यह भी बताया कि गव्य विकास के निदेशक ऊर्जा विभाग के अभियंताओ को फोन कर धमकाते है और तो और हद तो तब हो गई कि ठेकेदारी करने ऊर्जा विभाग खुद कार्य स्थल पर जाते है l गव्य विभाग के निदेशक पार्टनर शिप फर्म बनाने के लिए राजिस्टार ऑफ फर्म के यहा शपथ पत्र देना होता है फिर भी इनके द्वारा पिता का फ़र्ज़ी हस्ताक्षर कर नोटरी पब्लिक का शपथ पत्र जमा किया गया है जो शत प्रतिशत अवैध है l अगर सत्यता से इनकी चल अचल संपत्ति की जांच कराए जाय तो आय से अधिक सम्पति का भंडाफोड़ हो सकता है और उल्लिखित बिन्दू की जांच हो जाय तो इनके काले कारनामों का भी भंडाफोड़ हो जाएगा l