रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची (ख़बर आजतक) : झारखंड के पूर्व मुख्य्मंत्री चंपाई सोरेन ने बुधवार को देर शाम झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। पूर्व सीएम ने कहा, ’30 अगस्त को हम बीजेपी में शामिल होंगे। पार्टी हमें जो भी दायित्व देगी, उसी हिसाब से हम काम करेंगे। झारखंड में विकास के साथ-साथ आदिवासियों के अस्तित्व को बचाने के लिए हम कदम उठाएंगे।’ कहा, ‘हमने जो भी फैसला लिया है, झारखंड के हित में लिया है। हम संघर्ष करने वाले व्यक्ति है, पीछे नहीं हटेंगे।’
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा, ‘वे एक बड़ा चेहरा हैं और वरिष्ठ नेता भी हैं। उनके पार्टी में शामिल होने से हमें एक मजबूत साथी मिलेगा और हम बीजेपी के नेतृत्व में झारखंड को संवारेंगे।’
चंपाई सोरेन की जासूसी हो रही थी- हिमंता बिस्वा
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। सरमा ने कहा कि ‘चंपाई सोरेन की जासूसी हो रही थी। दिल्ली पुलिस ने ऐसे दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों को दिल्ली पुलिस ने अपनी कस्टडी में रखा है।’ असम के सीएम भाजपा की ओर से झारखंड के सह चुनाव प्रभारी भी हैं।
इससे पहले असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने सोमवार रात सोशल मीडिया X पर लिखा था, ‘चंपाई सोरेन ने कुछ देर पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। वे रांची में आधिकारिक रूप से भाजपा में शामिल होंगे।’
चंपाई को दी गई जेड प्लस सुरक्षा
रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में 25 अगस्त को गृह मंत्री अमित
शाह से मुलाकात के बाद चंपाई को जेड प्लस सुरक्षा दे दी गई
है। झारखंड पहुंचने के बाद वे इसी सुरक्षा घेरे में रहेंगे। मौजूदा
CM हेमंत सोरेन जमीन घोटाला केस में जेल गए तो उन्होंने
चंपाई को राज्य की जिम्मेदारी दी थी। 31 जनवरी को उन्होंने
CM पद संभाला। चंपाई करीब 5 महीने तक झारखंड के
मुख्यमंत्री रहे। हेमंत जेल से बाहर आए तो चंपाई ने 3 जुलाई
को इस्तीफा दिया था।18 अगस्त को चंपाई ने एक चिट्ठी के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने CM पद से इस्तीफा लिए जाने के तरीके को आत्मसम्मान पर चोट बताया था। मंगलवार को चंपाई सोरेन ने सोशल मीडिया X पर BJP में शामिल होने का ऐलान किया।
चंपाई सोरेन से BJP को क्या फायदा?
चंपाई सोरेन JMM के सीनियर लीडर हैं। झारखंड के कोल्हान इलाके में उन्हें कोल्हान टाइगर कहा जाता है। कोल्हान की 14 विधानसभा सीटों पर चंपाई का प्रभाव है। अभी JMM के पास ऐसा कोई नेता नहीं है, जो चंपाई की बराबरी कर सके। BJP चंपाई की मौजूदगी में कोल्हान की 14 विधानसभा सीटों पर तो अपनी पकड़ मजबूत कर सकती है।