झारखण्ड राँची राजनीति

झारखंड के सी टैट पास आदिवासी मूलवासी बेरोजगारों को शिक्षक नियुक्ति में अवसर दे हेमन्त सरकार: किसलय

स्थानीय एवं नियोजन नीति स्पष्ट करे हेमन्त सरकार

नितीश_मिश्र

राँची(खबर_आजतक): भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष किसलय तिवारी ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए राज्य में चल रहे हेमंत सोरेन सरकार को भारतवर्ष की सबसे निकम्मी, युवा विरोधी एवं रोजगार विरोधी सरकार की संज्ञा दी है। मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाकर सत्ता में आने वाले हेमन्त सोरेन सरकार को हर झारखंडी युवा भलीभाँति पहचान चुका है। उन्होने कहा कि भारतीय जनता युवा मोर्चा राज्य के नौजवानों की हर संघर्ष एवं लड़ाई में साथ देने के लिए कटिबद्ध है। चाहे नियोजन का मामला हो या नियुक्ति नियमावली का मामला हो। हम नौजवान संघर्ष से पीछे नहीं हट सकते हैं।

उन्होने कहा कि हेमन्त सरकार लगातार झारखंडी युवाओं को छलावा दे दी है , धोखा दे दी है। शिक्षक नियुक्ति के नाम पर एक बार पुनः हेमन्त सरकार ने राज्य की युवाओं के बड़े तबके को नजर अंदाज करने का काम किया है।

उन्होने कहा कि हाल ही में शिक्षक नियुक्ति का राज्य सरकार ने विज्ञापन निकाला है। परंतु यह दुर्भाग्य है कि इसमें भी लगभग ढाई लाख प्रशिक्षित एवं सीटेट उत्तीर्ण झारखंडी युवा परीक्षा में शामिल होने से वंचित रह जाएंगे। 2016 के बाद झारखंड में TET की परीक्षा नहीं हुई है। परंतु यह दुर्भाग्य है कि राज्य सरकार CTET उत्तीर्ण झारखंडी युवाओं को अवसर नहीं दे रही है ।आज झारखंड के बहुत सारे नौजवान बीएड एवं डीएलएड की डिग्री होने के बावजूद शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने से वंचित कर दिए गए हैं। वर्ष 2016 के बाद से अब तक झारखंड में शिक्षक पात्रता परीक्षा नहीं ली गई है ।7 वर्षों में लगभग ढाई लाख अभ्यर्थी बीएड एवम डी एल एड करने के बाद टेट का इंतजार कर रहे थे। इसमें झारखंड के आदिवासी – मूलवासी युवा अपनी मेधा के बल पर सीटेट उत्तीर्ण हो चुके हैं। वर्तमान में जो 26001 पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया की विज्ञापन निकाली गई है। इस विज्ञापन से स्पष्ट हो चुका है कि राज्य में TET न होने के कारण सीटेट उत्तीर्ण करने वाले मेधावी झारखंडी युवाओं को शिक्षक बनने से हेमंत सोरेन सरकार रोक रही है। जबकि एनसीटीई के प्रावधान के अनुसार यह ढ़ाई लाख झारखंड के बेरोजगार नौजवान शिक्षक बनने के योग्य है ।

किसलय तिवारी ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि सत्ता के नशे में मदहोश पड़ी हुई राज्य सरकार ने झारखंडी युवाओं को अयोग्य मानते हुए परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दे रही है। भारतीय जनता युवा मोर्चा मुख्यमंत्री से माँग कर रही है कि अभिलंब विज्ञापन में संशोधन कर सीटेट उत्तीर्ण झारखंडी युवाओं को शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में शामिल होने का मौका दें। मुख्यमंत्री अगर राज्य की युवाओं के साथ धोखा देने का प्रयास करेंगे तो भाजयुमो चुप नहीं बैठने वाली है। इनके खिलाफ हम आंदोलन को मजबूर होंगे।

इस प्रेसवार्ता में प्रदेश उपाध्यक्ष निशांत कुमार, सत्यदेव मुंडा, सूर्य प्रभात उपस्थित थे।

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