रिपोर्ट : संजय तिवारी
रांची (ख़बर आजतक) : झारखंड में चल रहे उत्पाद सिपाही की नियुक्ति प्रक्रिया को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्थगित कर दिया है। युवाओं की असामयिक मृत्यु के कारणों की समीक्षा करने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों की समिति गठित किए गए हैं। परामर्श रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है। यह जानकारी मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया एक्स पर दी है। नियुक्ति प्रक्रिया में अब तक 13 विद्यार्थियों के मौत हो चुकी है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लिखा है कि उत्पाद सिपाही की नियुक्ति प्रक्रिया में दौड़ के क्रम में प्रतिभागियों की असामयिक मृत्यु दुःखद और मर्माहत करने वाली है। पूर्ववर्ती सरकार द्वारा बनाई गई नियमावली की अविलंब समीक्षा का निर्देश देते हुए हमने इस ढंग की भविष्य की सभी बहालियों के लिए नियमावली में बदलाव करने का निर्देश दिया है। साथ ही, इस प्रक्रिया में दुर्भाग्यवश पीड़ित और शोकाकुल परिवार को सरकार की तरफ से तत्काल राहत पहुंचाने के लिए प्रस्ताव बनाने का भी निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने लिखा है कि एहतियातन अगले 3 दिनों के लिए हमने इस भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने का निर्देश दिया है। दौड़ का आयोजन अब प्रातः 9 बजे के बाद किसी भी सूरत में नहीं की जाएगी। जिन अभ्यर्थियों को दौड़ के पूर्व स्वास्थ्य परीक्षण की जरूरत महसूस होगी, उनके लिए चिकित्सकों की पर्याप्त व्यवस्था होगी। सभी प्रतियोगिता स्थलों पर प्रतिभागियों के लिए नाश्ते/फल का व्यवस्था होगी जिससे कि कोई भूखे पेट दौड़ में हिस्सा न ले।
श्री सोरेन ने लिखा है कि आखिर किन कारणों से हमारे गांव-समाज के अपेक्षाकृत स्वस्थ / चुस्त लोग, पूर्व से चली आ रही शारीरिक परीक्षा में हताहत हो जा रहे हैं। आखिर झारखंड सहित देश में पिछले 3-4 वर्षों में सामान्य जन के स्वास्थ्य में ऐसा क्या बदलाव आया है? इन युवाओं की असामयिक मृत्यु के कारणों की समीक्षा करने के लिए हमने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की भी एक समिति का गठन कर परामर्श रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है, जिससे की भविष्य में ऐसी दुर्घटना घटित नहीं हो।
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