नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): झारखण्ड सरकार ने शराब व्यापार को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य में शराब पीने वालों के लिए यह खबर अहम है, क्योंकि 1 जुलाई 2025 से पूरे राज्य में शराब की बिक्री अस्थायी रूप से बंद हो जाएगी। यानी राज्य की किसी भी खुदरा दुकान में शराब उपलब्ध नहीं होगी।

राज्य सरकार के अनुसार, झारखण्ड में फिलहाल कुल 1,539 खुदरा शराब दुकानें संचालित हैं। ये सभी दुकानें प्लेसमेंट एजेंसियों के माध्यम से चल रही थीं। लेकिन इन एजेंसियों का अनुबंध 30 जून 2025 की रात 10 बजे समाप्त हो रहा है। इसके बाद राज्य की शराब व्यवस्था को नए सिरे से व्यवस्थित किया जाएगा।
शराब उपभोक्ताओं को होगी असुविधा
राज्य में शराब पीने वालों के लिए यह एक असहज समय हो सकता है क्योंकि अगले डेढ़ महीने तक कोई वैध खुदरा शराब दुकान खुली नहीं रहेगी। इससे काले बाजार या अवैध शराब की बिक्री की आशंका भी जताई जा रही है, जिसे रोकने के लिए राज्य उत्पाद विभाग और पुलिस को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
सरकार का मुख्य उद्देश्य राजस्व-सुदृढ़ बनाना है
इस कदम के पीछे सरकार का मकसद शराब व्यवसाय को पारदर्शी, संगठित और राजस्व-सुदृढ़ बनाना है। नए मॉडल के तहत सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि राज्य को शराब बिक्री से अधिक राजस्व मिले, अवैध बिक्री रुके और उपभोक्ताओं को तय कीमत पर उत्पाद उपलब्ध हो।
आगे क्या ?
1 जुलाई से सभी शराब दुकानें बंद
प्लेसमेंट एजेंसियों से हैंडओवर की प्रक्रिया शुरू
नई व्यवस्था के तहत टेकओवर की प्रक्रिया 15 अगस्त तक पूरी होने की संभावना
उत्पाद विभाग की टीम निगरानी में जुटी
अवैध शराब की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।