डिजिटल डेस्क
बोकारो (ख़बर आजतक) : डीएवी पब्लिक स्कूल सेक्टर 6 में महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई ।स्वामी दयानंद सरस्वती 19वीं शताब्दी के दिव्य विभूतियों में से एक थे ।महर्षि दयानंद जी ने तत्कालीन धार्मिक , राजनीतिक और सांस्कृतिक चेतना को जागृत किया था ।स्वामी दयानंद सरस्वती बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे । वे आर्य समाज के संस्थापक भी थे । विद्यालय में जन्मोत्सव के अवसर पर पाठ्य सहगामी क्रिया द्वारा अनेक प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने भजन ,भाषण व चित्र प्रतियोगिता में भाग लेकर कार्यक्रम को उत्साहवर्धक बनाया । चित्र प्रतियोगिता में स्वामीजी के चित्रों को विद्यार्थियों ने कागज पर बनाकर प्रस्तुत किया । विद्यालय के प्राचार्य एस के मिश्र ने स्वामी जी के चित्र पर माल्यार्पण किया तथा विद्यालय के समस्त शिक्षकों ने भी स्वामी जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर जन्मोत्सव मनाया ।प्राचार्य एस के मिश्र ने कहा कि स्वामी जी के बताए आदर्श पर चलकर हमें श्रेष्ठ नागरिक बनना चाहिए । स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा रचित सत्यार्थप्रकाश पुस्तक को हमें अपने जीवन में अवश्य ही अपनाना चाहिए । स्वामी दयानंद जी ने प्राचीन कालीन कुप्रथाओं को दूर किया।उन्होंने समाज में व्याप्त फैली कुरीतियां , बाल विवाह , सती प्रथा , छुआछूत आदि का पूर्ण विरोध किया था । महर्षि दयानंद सरस्वती ने नारी शिक्षा व समानता का संदेश लोगों के बीच प्रस्तुत किया। सभी छात्र छात्राओं ने भी स्वामी जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किए । कार्यक्रम में विद्यालय के समस्त शिक्षकगण मौजूद थे