बोकारो (ख़बर आजतक): डी.ए.वी. कॉलेज मैनेजिंग कमिटी नई दिल्ली के निदेशक-1 डॉ जे. पी. शूर जो एक प्रख्यात शिक्षाविद के साथ ही इन्हें हाल ही में इंटरनेशनल बुक ऑफ़ रिकार्ड्स के द्वारा इंस्पायरिंग ह्यूमन बीइंग से सम्मानित किया गया| इन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ शंकर दयाल शर्मा से बेस्ट टीचर अवार्ड तथा तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री बेअंत सिंह से बेस्ट स्टेट टीचर अवार्ड प्राप्त हुआ| ये 2006 से डी.ए.वी. कॉलेज मैनेजिंग कमिटी नई दिल्ली में निदेशक-1 के पद पर विराजमान हैं| जम्न्स्थली थोबा से अमृतसर के डी.ए.वी. कॉलेज से प्री यूनिवर्सिटी कक्षा पास करने के बाद इन्होने एम. ए . इंग्लिश पार्ट 2 की परीक्षा पास की| इन्हें दो बार महात्मा हंसराज बेस्ट टीचर गोल्ड मैडल अवार्ड प्राप्त हुआ| ये प्रसिद्ध आर्य समाजी तथा कर्म को ही सेवा मानने वाले बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं जो डी.ए.वी. संसथान के लिए अनुकरणीय हैं| डी.ए.वी. सी.एम. सी. नई दिल्ली के प्रधान पद्मश्री डॉ पूनम सूरीजी के मार्ग दर्शन में डी.ए.वी. के 946 स्कूल्स, संसथान, विश्वविद्यालय, विधि महाविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, बी.एड, पारा मेडिकल, लाखों बच्चों में राष्ट्रीयता की भावना भर रहे हैं|
महात्मा आनंद स्वामी शैक्षणिक भवन व बायो डाइवर्सिटी पार्क का उद्घाटन इन्ही के कर कमलो द्वारा सम्पन्न हुआ| इस कार्यक्रम में झारखंड राज्य के विभिन्न डीएवी जोन के ए.आर.ओ. डॉ पी. हाजरा, एम. के. सिन्हा, झारखंड क्षेत्र जी व सी के ए.आर.ओ. श्री अरुण कुमार सहित डीएवी के विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे । डॉक्टर जेपी शूर ने शैक्षणिक भवन का अनावरण दीप प्रज्वलित व नारियल फोड़कर किया ।
डॉ जे. पी. शूर ने कहा – डी.ए. वी. सेक्टर-6 के बच्चों की राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि सराहनीय हैं| यह विद्यालय भविष्य में शिक्षकों तथा बच्चों के मेहनत से नयी उचाईयों को छुएगा| आज विद्यालय आ कर बहुटी ही प्रसन्ता महसूस हुई|
श्री अरुण कुमार ए.आर.ओ. जोन-जी व् सी ने विद्यालय की उपलब्धि की सराहना की|
डी.ए. वी. के प्राचार्य एस. के. मिश्रा ने कहा महात्मा आनंद स्वामी शैक्षणिक भवन पूर्णत: सुसज्जित है । शिक्षा के क्षेत्र में डी ए वी सेक्टर 6 विकासोन्मुख है। जहां के बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं जहां माननीय मूल्यों के साथ संस्कार की शिक्षा दी जाती है। बायो डायवर्सिटी पार्क में विभिन्न प्रकार के फलो में अमरूद,संतरा केला, शहतूत, आंवला, सेव, अंगूर, पपीता तथा विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधे नीम, रुद्राक्ष, व् अलोवेरा लगाए गए हैं।जिससे बच्चों को सीखने का अवसर प्राप्त होगा । श्री शूर द्वारा आम एवं रुद्राक्ष के पौधे लगाये गए |
50 बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम स्वागत गान “स्वागत हैं मान्यवर”, वैदिक डांस “अग्नि मंगलम”, राजस्थानी लोकनृत्य “लाल बंगरी” व नागपुरी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति से सभी आगंतुक अतिथियों का मन मोह लिया | इस अवसर पर बच्चों द्वारा कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया| अभिभावकों ने खूब प्रशंसा की| कार्यक्रम में विद्यालय के सभी शिक्षकगण उपस्थित थे ।